Friday, April 14, 2017

21 half marathon 21 days

*मित्रो में अपनी इस छोटी सी उपलब्धी डॉ व्यास को समर्पित करता हूं जिन्हों ने मुझे इस दौड़ के लिए प्ररित किया वल एक व्यक्ति आपके जीवन मे क्या बदलाव ला सकता है उसका साक्षात उद्धारण है डॉ योगेंद्र व्यास , उनकी दौड़ने की खूबियों की मेने जो 20 दिनों में देखी है वो अवरणीय है पर उनकी कुछ खुबिया है वो जिन से शायद आप सभी वाकिफ होंगे   व्यासजी बड़े सरल और सहृदय ओर प्रसन्ता से ओत प्रोत  व्यक्तिव के धनी है सामने वाले को 2-3 दिन में लगता है जैसे उनकी 10-20 वर्षो की दोस्ती है,वे लोगो को बिना भाषण अपने आचरण से प्ररेरित करते है चाहे वो रामचंद्र नगर से 4.45/5am  बजे DAVV के मेराथन मुनिश्री के रूप में नंगे पांव अवतरित होना उसके बाद हर दौड़ने वाले  घूमने वाले व्यक्ति को अपने कर्म शैली से आकर्षित करना उनको दौड़ने के लिए अभिप्रेरित करना(बिना कोई भाषण के),  व्यासजी ने  कई runner और walkers को नंगे पांव दौड़ लगाने और पैदल चलने की प्ररेणा दी है शायद ये आप सब ने 12 अप्रैल को देखा भी होगा ऐसे व्यक्तित्व को मेरा दिल के अंतिम छोर से अभिवादन मुझे मेरी दौड़ में अप्रूव मिश्रा जी और तक्षिला मॉर्निंग योग मित्र मंडल ने भी हौसला बढ़ाया उनका ओर आप सभी इंदौर सुपेरचार्जर परिवार का भी धन्यवाद जिन्होंने मेरी  हौसला अफजाई की*
धन्यवाद जय हिन्द
🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐 संजय बिरला जी

डाॅ. योगेन्द्र व्यास की उपलब्धियो से अभिभूत होकर....
व्यास जी आपके जज्बे की जितनी तारीफ की जाए कम होगी, लगातार 21 दिन 21 km का जो ये कारनामा आपने कर दिखाया है यह सारे धावको के लिए एक प्रेरणास्रोत होगा,21 दिनों तक दौड़ना तो दूर 21 दिनों तक 4 बजे सुबह उठना ही मुझे तो असंभव लगता है वो तो दूर मै तो आज ही 5 बजे उठकर 15 मिनट के लिए सोया तो 8.15 पर जगा।
हां आपकी इस अद्भुत उपलब्धि पर एक आयोजन अवश्य होना चाहिए जिसमे शहर के सारे रनर्स एकत्रित हो व आपके ज्ञान की गंगा के जल का सेवन कर सके..... जिसे पीकर हम रनर्स तृप्त हो सके 🙏🙏🙏
नीरज याग्निक जी

बात 2 साल पहले तब की है जब मैंने सायकल चलाना शुरू ही किया था।30 -35 किलोमीटर साइकिल रोज चलाने निकल पड़ता था। एक दिन सेमल्या चाऊ रोड़ पर उधर से आते हुए 4 लोग व्यवस्थित हेलमेट वगैरह लगाते हुए सायकल से वापस कनाड़िया आते दिखे। मैंने हाथ हिलाकर नमस्कार किया तो उनमे से एक आवाज़ आई - आ जाओ हमारे साथ चलो।मैं खुश की चलो इतने दिनों से सायकल चला रहा हूँ कोई तो साथी मिले।मैंने सायकल तुरंत पलटाने की कोशिश की तो मेरी सायकल की चेन उतर गयी।पहली बार गियर वाली सायकल की चेन उतरी थी।उसे वापस चढ़ाकर ठीक करूँ और सायकल चलाऊं तब तक 10 मिनिट हो गए थे।और मुझे मिले सायकल सवार बहुत आगे निकल गए थे। पर उस दिन नियती ने कुछ और ठाना हुआ था । मुझे इन लोगो से मिलना ही था ।मैंने उस दिन बहुत तेज सायकल चलाई और आखिर में इन लोगो के साथ हो लिया।सायकल चलाते चलाते जिन सज्जन से सबसे ज्यादा बात हुई वे थे डॉ योगेन्द्र व्यास। उन्होंनो बताया कि हम लोग रोज कुछ न कुछ करते है।ज्यादातर दौड़ते है कभी कभी सायकल भी चलाते है।मैंने कहा सर सायकल तो मैं चला लेता हूँ पर दौड़ा आज तक कभी भी नहीं। उन्होंने बताया बताया कि 5 साल पहले वे भी नहीं दौड़ते थे पर एक बार दौड़ना शुरू किया तो अब मेराथन दौड़ते है यानी 42 किलोमीटर।सिंगापूर में भी मेराथन दौड़कर आये है।आप भी दौड़ो। कुल मिलाकर 45 मिनिट का उनका साहचर्य मुझमे जबरदस्त ऊर्जा भर गया था। कनाड़िया चौराहे पर रुके तो मोहित भाई, लोकेश भाई और संदीप भाई से परिचय हुआ।मोहित भाई ने सायकल की मेरी सीट ऊंची करी कि अब यह ठीक है आपकी हाइट के अनुसार। व्यास सर बोले मोहित कुणाल भाई को भी अपने व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल करो। मैं घर पहुंचा तब तक मैं सुपर चार्जर ग्रुप का मेंबर बन चुका था। वह दिन मेरी जिंदगी में परिवर्तन लाने वाला रहा । मैं एक ऐसे ग्रुप से जुड़ चुका था जो सेहत को ठीक बनाये रखने के प्रति जबरदस्त समर्पित था। फिर तो मैंने इन साथियों के साथ खूब सायक्लिंग की । 200 से लेकर 600 किलोमीटर तक सायकल चला डाली।

तब से लेकर आज तक डॉ व्यासजी की दौड़ के प्रति दीवानगी का मैं साक्षी रहा हूँ। सर को बस कुछ चेलेंज मिलना भर चाहिए जुट जाते है फिर वो ।नंगे पैर दौड़ना हो, किसी इंजुरी को ठीक करना हो, या कुछ नया चेलेंज लेना हो, कही भी व्यास सर पीछे नहीं रहते है।

पिछले 25 दिनों से तो सर कमाल ही कर रहे थे।पहले दिन 42 किलोमीटर, दूसरे दिन आराम फिर दो दिन 10-10 किलोमीटर और फिर लगातार 21 दिनों से रोज 21 किलोमीटर।याने 21*21किलोमीटर के साथ 25 दिनों में कुल 503 किलोमीटर की दौड़। गज़ब, अद्भुत, अकल्पनीय,जानदार और शानदार रिकार्ड ।

मुझ जैसे सैकड़ो लोगों को प्रेरणा प्रदान करने वाले जिद और जूनून के धनी व्यास सर को जब आज सुबह बधाई देने DAVV गया तो वे सुपरचार्जर के अपने मित्रों के साथ कितने खुश थे। उनकी ख़ुशी और उनका चहकना, बात बात पर खिलखिलाकर हंसना और अपने अनुभव शेयर करना हमेशा के लिए दिल पर अंकित हो गया है।

बधाई व्यास सर और सैल्यूट आपके जज़्बे को, आपके जूनून और आपकी कड़ी मेहनत को।

अभी तक 25 फूल मेराथन(42 किलोमीटर) और 150 हॉफ मेराथन(21 किलोमीटर) दौड़ और 200 किलोमीटर साइकिलिंग ब्रेवेट पूरी करने वाले डॉ व्यास सर का "आयरन मेन" (16 घंटे में नान स्टॉप 42.2 किलोमीटर दौड़ना, 182.2 किलोमीटर सायकल चलाना और 3800 मीटर तैरना) बनने का टारगेट जल्द ही पूरा हो यही हार्दिक मंगलकामनाएं💐💐💐💐💐
thanks कुणाल मिश्रा जी

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