Tuesday, October 10, 2017

my first 70.3 triathlon

मैंने एक सपना देखा था कि कभी मै भी डॉ रजनीश कुटुम्बले जी और हेमंत बड़ोदिया की तरह 8 से 9 घण्टे तक का वर्कआउट करूँगा जिसमें
1.9 km स्विमिंग
90 km साइकिलिंग
21 km रनिंग
करना होता है।यह बहुत कठिन काम होता है ।खाली 90 km साईकल चलाने में ही जान जाती है।
सिर्फ 21 km रन करना हो तो ही लोगो के पसीने छूट जाते है ।
76 लेप्स स्विमिंग 1 घण्टा 21 मिनट नॉन स्टॉप करना भी कोई खेल नही है।
यह में इसलिए बता रहा हू की मेन्टल tuffness का बहुत बड़ा रोल है।
2 oct 2017 को iim की उड़ान रेस के बाद मैंने सोचा था कि मै आराम करूँगा कम से कम 10 दिन 4 oct से 14 oct तक जिससे मेरी कमर में लेफ्ट साइड में हल्का सा sprain है वो परेशान कर रहा है 2 माह से।
दिमाग मे बात काफी समय से थी कि करना है और पहले इंदौर मै ट्रायल करके ही बाहर करूँगा यह भी पक्का था।
डॉ रजनीश जी से वादा किया था कि एक माह में attemt करूँगा।
ट्रायथलन के मेरे मेंटर है डॉ रजनीश जी वो काफी प्लानिंग से ट्रायथलन करते है।
मैने 8 जुलाई को रविवार को पहले सिर्फ 20 km साइकिलिंग का प्लान किया था फिर सोचा कि 20 km में क्या होगा संडे को तो 50 km महू तक साइकिलिंग करूँगा।
ट्रायथलन का मन मे था परंतु पोस्ट नही किया था मेरी आदत है कि पोस्ट डाल दी तो फिर कुछ भी हो जाये करना ही है।
सुबह 4 बजे उठा एक केला खाया 10 बादाम ली और 4.53 बजे सुबह घर से साईकल से निकला।
सिर्फ 600 ml निम्बू पानी था मेरे पास ।सेन्दा नमक भी नही था।
क्योकि मजे में 6 बजे मुझे वर्ल्डकप चौराहे पहुचना था।
वहाँ लोकेश त्रिवेदी जी आने वाले थे उनके साथ महू जाना था।
एक घण्टा में मैने 22 km साइकिलिंग कर ली और 6 बजे में 7 मिनट पहले ही वर्ल्ड कप चौराहे पहुच गया।
लोकेश जी के साथ महू पहुच गया माल रोड के आखिरी कोने पर पहुचा और पानी पीने के लिए रुके तो वाच को pause किया और भूल गया 3 km एक्स्ट्रा साइकिलिंग हो गयी
राऊ आकर पोहे खाये और चाय पी ।60 km हो गए थे अब उम्मीद बंधने लगी थी कि 90 km साइकिलिंग पॉसिबल है।लोकेश जी ने बहुत सपोर्ट किया 72 km महू नाका चौराहे पर हो गया था डर लग रहा था कि एक बार घर पहुच गए कि खेल खत्म ।इसलिए बड़ा गणपति से एयरपोर्ट होते हुए छोटा बांगड़दा पहुचा ।
82 km हो गए थे फिर वापस घर रामचंद्र नगर आया तो 90 km हो गए ।रास्ते मे एक नारियल पानी लिया ।
घर आकर 600 ml पानी मे 2 निम्बू डालकर सेन्दा नमक डाल कर पिया।फिर 200 ml दूध में 10 gm व्हेय प्रोटीन लिया 2 छोटे चम्मच।
2 केले खाये ।
फिर स्विमिंग कॉस्ट्यूम के ऊपर शार्ट पहन कर और टीशर्ट में ही क्लिनिक पहुच गया ।1 घण्टा पेशेंट देखे और 11.45 पर रेजीडेंसी क्लब स्विमिंग के लिए पहुच गया।स्विमिंग बहुत डर डर कर चालू की क्योकि 1.9 km स्विमिंग मैंने पिछले एक डेढ़ वर्ष से नही की है।डर सिर्फ cramp का ही लगता है।50 लेप्स पर ही garmin वाच बता रही थी कि 1.9 km हो गया है जबकि 1.25 km ही हुआ था ।जब मेरा 1.9 km हुआ 76 लेप्स जब garmin वाच ने 2.8km स्विमिंग बताया यह गलत है garmin एक reputated ब्रांड है उसे इसमें सुधार करना चाहिए।
एक बार तो चोर मन ने बोला कि थोड़ी बईमानी कर लो 1.9 km घड़ी के हिसाब से हो गया है।परंतु अच्छे मन ने कहा कि किसको बेवकूफ बनाओगे प्रतियोगिता में garmin नही चलेगी ।खैर ।
मै कभी भी ऐसा नही करूँगा न हो तो चलेगा परन्तु धोखेबाजी अपने आप से कभी नही।
50 लेप्स के बाद 350 ml सेन्दा नमक और निम्बू का पानी लिया ।
जिसका डर था वो आ ही गया cramp 75 लेप्स फिनिश करके पलटा तो लेफ्ट काफ muscle में तेज cramp उठा ।मै घबरा गया फिर अपने आप को संभाला 30 से 60 सेकंड में रिकवर हो गया मन को शांत किया 40 से 50 बार गहरी सांस ली और पैर को ढीला छोड़ दिया।
बाहर निकल कर स्ट्रेचिंग की 500 ml निम्बू पानी लिया 2 केले खाये ।रास्ते मे 2 गिलास गन्ने का रस पिया एक कचोरी खाई घर आकर प्रोटीन 10 gm दूध में 200 ml लिया।
250 gm दही खाया और दाल चावल खाये ।
फिर थोड़ी देर आराम किया ।
cramp के दर्द के कारण 4 बजे में वाक भी नही कर पा रहा था घर मे हेमा ने कहा कि कल सुबह कर लेना 21 k रन ।मैने थोड़ी स्ट्रेचिंग की और इस लायक हो गया कि मलहराश्रम पहुच जाऊ।5.45 शाम को वहाँ पहुच गया।
पिछले दो तीन वर्ष से मलहराश्रम या किसी ग्राउंड में दौड़ नही लगाई है।क्योंकि गोल गोल घूमना मुझे पसंद नही है।
बाहर की तरफ से दौड़ो तो 470 मीटर होता है मलहराश्रम में अंदर की तरफ से 400 मीटर ।लगभग 50 लेप्स लगाना थे ।मैने garmin चालू की ।उसके फ्रंट डिस्प्ले में elevation सेट कर रखा है जिससे टेंशन न हो ।वह एलिवेशन बताता है 572 से 580 मीटर उससे पैनिक नही होते है कि पेस बिगड़ रहा है।में अपनी बॉडी की सुनता हूं आजकल कोई नेगेटिव स्प्लिट नही ।मेरा टारगेट सिर्फ पूरा करना था ।
मैने सुबह साईकल भी चलाई तो समय का कोई टेंशन नही रखा।स्विमिंग में भी बेफ्रिक था।
दौड़ में एक सवाल ये भी था कि बेयरफुट करू या सैंडल पहन कर ।में dynaplast लगा कर दौड़ा मुझे ग्राउंड मक्खन जैसा लगा ।ग्राउंड पर फ्लड लाइट लगी है कोई भी यहाँ रात को भी रन कर सकता है।नेहरू स्टेडियम और अटल ग्राउंड को भी ऐसा बनाना चाहिए।
खैर।
पहले 5 km में पेस 6.30 से 6.50 था।प्रत्येक km पर पेस बता रही थी घड़ी ।15 km के बाद 8 का पेस हो गया मुझे बिल्कुल चिंता नही थी डर यही था कि 9 घण्टे होने आ रहे है और अब cramp आ गए तो समझो गए।
परंतु ऊपर वाले को भी दया आ गयी और मेरा पहला ट्रायल वाला ट्रायथलन हो गया  सभी सुपर चार्जर के दोस्तो के कारण ये संभव हो पाया क्योकि सभी एक से बढ़कर एक धुरंधर है ।सभी साथियो को बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया।विजय सोहनी जी सुबह मिल गए थे।
आशुतोष व्यास को विशेष धन्यवाद क्योकि मैंने पोस्ट किया था कि cramp के दर्द के कारण आखिरी 21 कर पाऊंगा या नही ।तो आशुतोष ने लिखा था कि सर आप जरूर कर लोगे।ये दो शब्द भी किसी का हौसला बढ़ा सकते है
इतना खुश था मै की हेमा को कहा कि अब में मर सकता हु ।घर पर करवा चौथ की तैय्यारी चल रही थी ।घर आकर दाल चावल खाये और दही खाया 300 gm के आसपास
प्रोटीन व्हेय 10 gm लिया 200 ml दूध में।
रात को 10 बजे सो गया और ढाई बजे उठ कर 3 रोटी खाई ।और फिर सो गया फिर 5 बजे उठकर ब्रेड चाय ली वापस सो गया 7 बजे वापस पोहे खाये।
मैने खाने पीने का विवरण इसीलिए डाला कि वेजीटेरियन खाने के साथ 9 घण्टे का वर्कआउट आप कर सकते हो।
मै अंडे और मीट मटन कुछ नही खाता हूं

आशा है कि सभी को मेरा ब्लॉग पसंद आएगा ।पूरा 100%सच्चाई पर आधारित है ।काफी लोगो को मदद भी मिलेगी ।
कोई भी काम मुश्किल नही है मन मे उसका बीज डाल दो और सोचते रहो उसके बारे में ।वो काम जरूर होगा।
कुछ भी असंभव नही है।
एक बार पुनः अवनीश उपाध्याय जी को धन्यवाद उनके कारण ही ब्लॉग लिखना चालू किया था मैंने