Monday, December 18, 2017

300 और 400 km brm

9 dec 2017 को 300 brm थी और 16dec 2017 को 400brm थी।
मेरी कमर में दर्द चल रहा था 2 माह से रनिंग नही कर पा रहा था सोचा कि साइकिलिंग कर लूं।डॉ जितेंद्र बरनिया ने भी मुझे प्रेरित किया कि 200 300 और 400 कर ले।
5 nov 2017 को 200 आराम से हो गयी थी।
9 dec को 300 km में काफी तकलीफे आयी आष्ठा के पहले कोठरी गांव में साईकल पंक्चर हो गयी फिर सोनकच्छ से देवास के रास्ते मे साईकल की लाइट बंद हो गयी अंधेरे में साईकल चलाना बहुत खतरनाक था।पीछे से ट्रक आते तो लाइट मिलती जैसे ही ट्रक निकले एकदम अंधकार छा जाता।मैने मन ही मन मे सोचा की अब कभी लंबी साइकिलिंग नही करूँगा।
देवास से 5 km पहले हेमंत बड़ोदिया के दोस्त ने मुझे रोका की आप को लाइट चाहिए न हेमंत आपका इन्तेजार कर रहे है।हेमंत जी ने अपनी आगे और पीछे की लाइट मुझे दी।
देवास टोल पर रविकांत अंकुर माहेश्वरी पंकज शर्मा और मार्शल अंकित मिल गए ।उस समय 250 km साइकिलिंग हो गयी थी।
मैंने सुबह साबू दाने की खिचड़ी खाई थी इसलिए मैंने क्रिसेंट पर एंट्री की और निकल गया खाना नही खाया
183 km पर साईकल पंक्चर हुई 35 min लग गए।
फिर अंधेरे में गाड़ी की स्पीड भी कम हो गयी और राम राम करते 300 km हो गया।11 बजे पहुचा होटल इंफिनिटी।
3 घण्टे पहले हो गया।मैंने आते ही ग्रुप पर पोस्ट किया कि में लंबी दूरी की साइकिलिंग से सन्यास ले रहा हु।उसके बाद सभी मित्रों की प्रतिक्रिया आई ।नीरज भैया और प्रवीण पराशर की प्रतिक्रिया के बाद मैंने अपना फैसला बदला की में अगले शनिवार 16 dec को 400 करूँगा।

डाॅ योगेन्द्र जी व्यास की पोस्ट पढ़ी जिसमें उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से लम्बी दूरी वाली याने BRM से सन्यास लेने की घोषणा कर दी..... आप एक जुझारु खिलाड़ी होने के साथ साथ कईयों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है... 21 दिन 21km आप ही तो लाए थे ना,आप उम्र के इस पड़ाव पर जो कर रहे हैं वो.... (शब्द नही मेरे पास)
दरअसल BRM के ये जो नियम हैं वो विदेशियों द्वारा उनके देश के हिसाब से बनाए गए हैं.... पिछली 3 BRM का जिक्र करूं तो-भोपाल बायपास की सड़क ऐसी कि डाॅ बेंजामिन साहब का पहिया गोल की जगह चौकोर होने लगा (हरीश जी के भोपाल वाले मैकेनिको ने कहा कि यह ठीक नही हो पाएगा),डाॅ आर बी की साइकल 200 brm में जवाब दे गयी व कल वाली brm में विजय भावसार जी को एक मोटर साइकिल वाले ने ऐसी टक्कर मारी की पूरा गेयर सिस्टम ही टूटकर हाथ मे आ गया.... यदि यहां पर extra cycle से इन्हें मदद न मिली होती तो निश्चित ही इन्हें अपनी राइड छोड़ना पड़ती।
सफर के दौरान हम भले खाने की व्यवस्था ना करें पर मैकेनिक की व्यवस्था जरूर रखें... पूर्व में इसतरह की व्यवस्था होती रही है... हमे BRM को आगे बढ़ाना है... नये नये SR तैयार करना है।
हां डाॅ साहब आपने SR बनने की ठानी है आप अवश्य ये सफर पूरा करेंगे... मै आने वाली 400 व 600 आपके साथ करूंगा... आपका यह सन्यास मुझे मंजूर नहीं...🙏🙏🙏नीरज याग्निक जी की पोस्ट

DrVyas आप महान है,,, और  रहेंगे,,,,,,, आप की तुलना किसी भी Marathoner या cyclists से नहीं की जा सक्ती,,,, BRM का struggle मै ने भी खूब किया है.... रेस मे Fail हो कर फिर पास हुआ हू... कोई भी class एक attempt मे पास नहीं की है..😃 इस लिए.. आप BRM quit नहीं करेंगे.
प्रवीण पराशर जी की पोस्ट

🙏🌹🙏आज सुबह ही मेने मेरा नाम 400 km से हटा दिया था।
परंतु फिर में मेरी साईकल लेने डॉ जितेंद्र के घर गया ।डॉ जितेंद्र ने कहा कि एक रात की और बात है 400 कर लो ।रास्ते मे धीरे धीरे साईकल चलाते हुए आत्ममंथन करता हुआ आया।
मैंने सोचा कि मैने commit किया है कि में firefox road runner से brm 200 300 400 600 करूँगा।
नीरज भईया ने भी कुछ जोश दिलाया था कल
में फिटनेस की दुनिया से क्विट नही करूँगा।एक बार तो कर ही लू।17 घण्टे चला ली 6 घण्टे और सही
400 तो कर ही लू
ये एक माफिया ग्रुप जैसा हो गया है फिटनेस का बुखार एक बार इसमें उतर गए तो आप इस मे से निकल नही सकते हो।
मैंने सोच लिया है कि 2 टोर्च लेकर चलूंगा।183 km पर 32 मिनट लगे पंक्चर बनवाने में
251 km पर 15 मिनट लगे
रविकांत पंकज शर्मा मार्शल अंकुर माहेश्वरी जी मिल गए थे
17.19 टोटल समय था 15 .29 hr मूविंग टाइम था।
105 मिनट का ब्रेक लिया कुल 17 घण्टे में उसमे 45 min हटा दे तो एक्चुअली 60 min का ब्रेक
मुझे खुशी है कि मैं बगैर खाना खाएं नॉनस्टॉप साईकल चलाई।
6 केले
4 लीटर पानी
छाछ सेन्दा नमक 1 लीटर
निम्बू पानी 1 लीटर
नारियल पानी नीरज भाई के सौजन्य से
2 कैडबरी 20 वाली
2 फुल चाय
3 पाउच कॉफ़ी डायरेक्ट मुँह में
🙏🙏🙏🙏🙏

ये सब पोस्ट रिपीट इस लिए की की किसी के कहे हुए दो शब्द से कितनी ऊर्जा मिलती है।अगर प्रेरणादायी शब्द न मिलते तो 400 करने की इच्छा ही नही होती।
साईकल को तैयार करवाई महेश करड़ा जी से 2 टोर्च ली।साईकल के टायर ट्यूब चेंज करवाये और डॉ जितेंद्र के घर गाड़ी रख दी।
16 dec 2017 को सुबह हेमा मुझे कार से छोड़ने आई ।5.30 am पर हम लोग निकल गए 400 के सफर पर।
मन मे बिल्कुल विश्वास नही था इसलिए मैडल के पैसे जमा नही कराए।हो गया तो हरि कृपा न हुआ तो हरि इच्छा विजय सोहनी जी का ब्रम्ह वाक्य लेकर साइकिलिंग चालू की ।
आप मानेंगे नही मेरे जैसे जिद्दी आदमी को शुरू के 20 km में पसीने छूट गए सभी काफी आगे निकल गए थे कम से कम 8 फ्लाईओवर आते है शिप्रा के पहले ।में दुआ कर रहा था कि पंक्चर हो जाये और में वापस घर चला जाऊं।
thigh muscle में हल्की सी soreness हो रही थी।
7 दिन पहले ही 300 किया था।
खैर डॉ आर बी सिंह बृजभूषण और लोकेश त्रिवेदी 20 km बाद मिले तो जान में जान आई।
rb singh मेरे साथ 10 से 15 km चले।
मैंने एक बात का गौर किया कि मेरी स्पीड काफी कम थी क्योंकि हाइब्रिड बाइक है।300 km में मैंने 20.5 की एवरेज स्पीड में सिहोर पहुचा था 400 में  में सिहोर 18.5 की एवरेज स्पीड से पहुचा ।
में मन ही मन अपने आप की गालिया दे रहा था कि क्यो में 400 कर रहा हु।क्या जरूरत है।कौनसा अवार्ड मिल जाएगा।
पास से कंटेनर निकलते थे और चार्टर्ड बस निकलती तो लगता था कि गए अपन तो ।
मेरी तौबा मेरे बाप की तौबा में ऐसी गलती नही करूँगा बोलते बोलते क्रिसेंट होटल सिहोर आ गए और फिर दाल चावल जीरा आलू खाये 45 मिनट आराम किया स्ट्रेचिंग की और निकल गए भोपाल बाईपास रोड के लिए।
206 km पर विजय भावसार के एक परिचित मैडम ने हम सब की अच्छी खासी खात्री की कॉफी पिलाई 25 मिनट आराम करके निकले और फिर साईकल पंक्चर हो गयी।

मेरा पहला 400 km में बृजभूषण शुक्ल को समर्पित करता है।उसके अलावा शेखर मोहरिकर और रामकृष्ण न होते तो 400 km न कर पाता
बृज ने मेरी साईकल का पंक्चर भी बनाया और पहिया निकाल कर tube भी बदला ।और 200 से 280 km तक मेरे साथ साईकल चलाई ।लोकेश त्रिवेदी और डॉ rb singh ने फैसला लिया था कि dr vyas को अकेले नही छोड़ना है।
शेखर और रामकृष्ण ने आखिरी के 80 km में मुझे साथ दिया मेरी रात को जागने की आदत नही है।29 घण्टे जागना बहुत महंगा पड़ा सुबह क्षिप्रा के ओवर ब्रिज पर नींद का झोंका आया और में पुल से टकरा कर जमीन पर गिर पड़ा ।वो तो हरि कृपा थी अगर ब्रिज से नीचे गिरता तो ।
खैर सभी साथियो का धन्यवाद सभी ने सहयोग दिया तो एक बार मे ही 300 ओर 400 हो गयी
मेरी सभी से गुजारिश है 300 और 400 firefox हाइब्रिड से न करे।
में यदि 600 करूँगा तो विजय सोहनी जी की ट्रेक सही करूँगा।
कल 25 बार नींद के झोंके आये।वापस कहूंगा कि हाईवे पर 400 600 सब खतरनाक है।सुरक्षित नही है
सभी शुभचिंतको की शुभकामनाओ से 400 km साईकल का सपना पूरा हो गया।
अजय झांग जी ने एक दिन पहले मुझे गाइड किया कि कैसे करना है।
मुझे लगता है कि मेरी हाइब्रिड की बजाय रोड बाइक होती तो मुझे इतना संघर्ष न करना पड़ता।
fastandup tablets मैंने 10 से 12 खाई
सेन्दा नमक और और पानी 8 लीटर लिया।
ब्लॉग को पढ़ने के लिए धन्यवाद ।सभी को वापस से धन्यवाद जो मुझे इतनी हिम्मत दिलाई की ये काम मे कर पाया
डॉ योगेंद्र व्यास

Sunday, November 5, 2017

brm 200 km 5 nov 2017

यह मेरी चौथी brm थी ।पहली बार 2015मे गया था 105 km ही साईकल चला पाया था।जून  में थी मांडव तक ।नीरज याग्निक संग्रामसिंह डॉ टुटेजा प्रवीण पराशर और में सिर्फ 5 लोग गए थे संग्रामसिंह और नीरज भैया ने पूरी की थी।
2015 nov में 13 घण्टे में 200 किया था।
कल 5 nov 2017 को मैंने 10 घंटे 15 मिनट में पूरा किया ।नेट समय 9.37 घण्टा रहा।
मेरी लिए यह परिणाम आश्चर्यजनक था क्योंकि मैंने कभी सोचा भी नही था।क्योंकि मेरे पास firefox road runner की साईकल थी।
सभी ट्रेक से ही brm करते है।
मैंने 2 वर्ष से साइकिलिंग छोड़ ही दी थी बार बार पंक्चर होने के कारण ।इस बार पंक्चर से बचने के लिए नए टायर लगाए ।नए ट्यूब लगाए।
पंक्चर को रोकनेवाली टेप और सीलेंट भी लगवाए।
मुझे पिछले 3 माह से कमर में मोच जैसा दर्द है वाक और रन करने पर बढ़ जाता है ।इसलिए मैंने अक्टूबर में 500 km साइकिलिंग की ।
मैंने अपने लिए टारगेट रखा था कि में 18 की स्पीड में साईकल चलाऊंगा गारमिन वाच  को कही भी पॉज नही करूँगा ।जिससे सही समय मालूम हो सके ।11 घण्टे और 6 मिनट यानी कि 5 बजकर 6 मिनट पर इंदौर पहुचने का प्लान था।
साथ मे ये भी विचार था कि कमर में दर्द बढ़ा तो छोड़ भी दूंगा।
मुझे एक और एक्सपेरिमेंट करना था कि मैं कितनी देर तक साईकल चला सकता हु।जब में मुम्बई अल्ट्रा में 12 घण्टे दौड़ सकता हु तो में साईकल क्यो नही चला सकता ।मेरा ख्याल था कि मेरी firefox ज्यादा तेज तो नही चल सकती ट्रेक की बराबरी में परंतु अगर में लगातार चलाता रहा और रेस्ट नही किया तो अच्छी एवरेज स्पीड बन जाएगी।
कितनी बार हम ज्यादा देर तक रेस्ट करते है और फिर गाड़ी भगाते है वह एक टाइप से इंटरवल ट्रेनिंग जैसा हो जाता है।जिससे मांसपेशियां जल्दी थकती है।इसलिए मे एकदम अपनी बॉडी की आवाज सुनकर ही साइकिलिंग कर रहा था।डाइट का बहुत बड़ा रोल होता है।मेरी एकदिन पहले की और साइकिलिंग के दौरान की डाइट निम्न थी

मेरी डाइट रात को 4 रोटी
सब्जी
दही
एक प्लेट साबूदाना खिचड़ी
सुबह 200 gm साबूदाना खिचड़ी
अपने साथ 3बोतल छाछ सेन्दा नमक शक्कर के साथ
4 केले
4 चिक्की की पट्टी
एक कॉफ़ी
8 पल्स टॉफ़ी
2 नारियल पानी नीरज भैया के सौजन्य से
एक डेरी मिल्क आशुतोष शर्मा ने dodi में दी
sol treat में बताया कि खाना तैयार नही है।में कम्फ़र्टेबल था।और 2 वर्ष पुराना मेरा अनुभव भी था कि खाने के बाद सुस्ती आती है।नीरज भैया भी खाना नही खाते है।मेरे हिसाब से मैंने भरपूर खाया
मेरा साबूदाना की खिचड़ी का प्रयोग सफल रहा ।उसके कारण मुझे डोडी तक भूख नही लगी।मैंने 3 चिक्की और दही सेन्दा नमक शक्कर के घोल के साथ 107 km हो गया।डोडी में आशुतोष शर्मा ने मुझे डेरी मिल्क दी और 2 केले खाये।
सोल ट्रीट में एंट्री करवाई मैंने सोचा थोड़े से दाल चावल खा लूंगा परंतु वहाँ पर बताया कि समय लगेगा।
मेरे विचार से सभी को खाना कम से कम खाना चाहिए क्योंकि खाना आपने ज्यादा खा लिया तो आपको सुस्ती आएगी और आप के शरीर का ज्यादा ब्लड खाने को डाइजेस्ट करने के लिए जाएगा और मांसपेशियो को कम ब्लड मिलेगा।पानी की एक बोतल ली और में निकल गया ।20.7 की एवरेज स्पीड चल रही थी ।मेरे मन मे लालच आने लगा कि भले ही स्लो चले परंतु एक जैसी स्पीड से चलेंगे तो 5 घण्टे में डोडी पहुचे 6 घण्टे में तो इंदौर पहुच ही जायेंगे।मतलब की साढ़े 13 घण्टे की बजाय 11 घण्टे में संभव है।70 km बाद ही मेरे लेफ्ट knee में दर्द चालू हो गया था।जैसे ही पानी और सेन्दा नमक लेता दर्द कम हो जाता।मन मे दुविधा भी थी कि कही वापस itb या इलियो टिबियल दर्द न चालू हो जाये।सोनकच्छ के बाद एक जगह रुक कर कॉफ़ी पी।और चिक्की खाई ।हर 10 km पर पल्स टॉफ़ी खा रहा था 100 km के बाद जिससे नमक की कमी न हो ।पल्स टॉफ़ी में अच्छा खासा नमक होता है।
एक और नया अनुभव किया मैंने मेरी बेटी ने स्विमिंग कम्पटीशन में कॉफ़ी पाउडर डायरेक्ट लिया था ।
कड़वा काफी होता है परंतु उसका फायदा ये होता है कि आपको रुकना नही पड़ता है।बाद में कड़वाहट दूर करने के लिए एक 5 स्टार बार खाई।
110 km सोल ट्रीट के बाद सिर्फ में ही अकेला साइकिलिस्ट था क्योकि सभी खाना खाने रुके थे।110 से 200 km तक सोलो राइड की ।सिर्फ 5 km 175 से 180 km तक नीरज भैया के साथ राइड की।
सोलो राइड का फायदा यह रहता है कि आपको अपने आप से बात करना होती है।कोई नेगेटिव थॉट नही होते है।जब आप बातचीत करते हुए राइड करते हो तो आप धीमे हो जाते हो।फिर को राइडर को देख कर तेज भी राइड कर लेते हो।
मेरा सोचना है कि साथ मिल जाये तो अच्छा परंतु साथ न मिले तो और अच्छा ।आप अपनी स्पीड से चलते हो जो आप को कम्फ़र्टेबल लगती है।
150 km जब मेरे हो गए और 20 की एवरेज स्पीड चल रही थी।तो मैने एक ही बात सोची की अब ढाई घण्टे और साईकल चलाना है।डेढ़ बजे के आसपास मैने 150 km कर लिए थे।जब नीरज भाई क्रॉस हुए फिर उनकी गाड़ी पिछे आ रही थी राजेश भाई ने पानी का पूछा।मैंने न किया बाद में बताया कि नारियल पानी है मैंने कहा जरूर लूंगा ।2 नारियल पानी लिए ।धन्यवाद नीरज भाई और राजेश जी को।
4.15 am पर बंगाली चौराहे पहुचा तो अजय झांग जी ने वेलकम किया।बहुत अच्छा लगा।साइकिलिंग और रनिंग से मुझे बहुत अच्छे अच्छे दोस्त मिले है ।अजय जी उनमे से एक है।
एटीएम की पर्ची निकाल कर जमा कराई।
मैंने 2 कप चाय पी।फिर सोचा कि साईकल डॉ जितेंद्र बरनिया जी के यहाँ रख कर घर चला जाऊंगा हेमा के साथ कार में ।सुबह भी साईकल से ही आया था बंगाली चौराहा।
थोड़ी देर बाद मुझे अच्छा लगने लगा तो में 10 km साइकिलिंग करके घर पहुचा।रास्ते मे 2 गिलास गन्ने का रस लिया।पानी पतासे भी खाए।एक बोतल सादा पानी पी गया।
5 लीटर पानी लगा मुझे ।घर आकर वजन देखा तो 70.7 था ।यूरिन एक बार ही हुई थी ।सुबह से 1 किलो वजन कम था।रीनल फेलियर का डर होता है यूरिन न हो तो 12 घण्टे की साइकिलिंग में।
साइकिलिंग शार्ट के अंडर अंडरवियर पहनना या नही इस पर confusion था।audax की वेबसाइट पर बताया कि अंडर गारमेंट नही पहनना चाहिए साइकिलिंग शार्ट के अन्दर ।यह मे इसलिए लिख रहा हु की काफी साइकिलिस्ट कंफ्यूज रहते है।ग्रोइन एरिया और perianal एरिया पर वेसिलीन जरूर लगाएं chaffing नही होगी।
घर आकर नहा कर प्रोटीन 10 gm 200 ml दूध में लिया।2 रोटी और सब्जी और दाल चावल खाये एक प्लेट।फिर 9 बजे सो गया ।2 बजे रात को भूख लगी 2 रोटी खाई।
और 2 ब्रेड दूध में ली।5 बजे नींद में 2 पराठे खाये ।8 बजे और 10 बजे एक एक प्लेट पोहा खाया।
काफी बड़ा हो गया है ब्लॉग।
विशाल मुदगल जी ने डाइट का पूछा था।सामान्यतः यदि 40 km साइकिलिंग या 10 km या 21 दौड़ते है तो विशेष नास्ते की जरूरत नही होती है ।क्योंकि आपकी बॉडी में 1500 cal के बराबर का ग्लाइकोजन स्टोर रहता है।में एक ब्लैक कॉफी या एक केला खाकर चला जाता हूं।जब बड़ा वर्कआउट करना हो तो ज्यादा से ज्यादा खाकर जाना चाहिए मैंने रात को और सुबह साबूदाने की खिचड़ी 200 -200खाई थी जिससे डोडी 100 km साइकिलिंग तक भूख नही लगी।
धन्यवाद सभी दोस्तों को साथ देने के लिए साइकिलिंग में।
उम्मीद है ब्लॉग से सभी को फायदा होगा।

Tuesday, October 10, 2017

my first 70.3 triathlon

मैंने एक सपना देखा था कि कभी मै भी डॉ रजनीश कुटुम्बले जी और हेमंत बड़ोदिया की तरह 8 से 9 घण्टे तक का वर्कआउट करूँगा जिसमें
1.9 km स्विमिंग
90 km साइकिलिंग
21 km रनिंग
करना होता है।यह बहुत कठिन काम होता है ।खाली 90 km साईकल चलाने में ही जान जाती है।
सिर्फ 21 km रन करना हो तो ही लोगो के पसीने छूट जाते है ।
76 लेप्स स्विमिंग 1 घण्टा 21 मिनट नॉन स्टॉप करना भी कोई खेल नही है।
यह में इसलिए बता रहा हू की मेन्टल tuffness का बहुत बड़ा रोल है।
2 oct 2017 को iim की उड़ान रेस के बाद मैंने सोचा था कि मै आराम करूँगा कम से कम 10 दिन 4 oct से 14 oct तक जिससे मेरी कमर में लेफ्ट साइड में हल्का सा sprain है वो परेशान कर रहा है 2 माह से।
दिमाग मे बात काफी समय से थी कि करना है और पहले इंदौर मै ट्रायल करके ही बाहर करूँगा यह भी पक्का था।
डॉ रजनीश जी से वादा किया था कि एक माह में attemt करूँगा।
ट्रायथलन के मेरे मेंटर है डॉ रजनीश जी वो काफी प्लानिंग से ट्रायथलन करते है।
मैने 8 जुलाई को रविवार को पहले सिर्फ 20 km साइकिलिंग का प्लान किया था फिर सोचा कि 20 km में क्या होगा संडे को तो 50 km महू तक साइकिलिंग करूँगा।
ट्रायथलन का मन मे था परंतु पोस्ट नही किया था मेरी आदत है कि पोस्ट डाल दी तो फिर कुछ भी हो जाये करना ही है।
सुबह 4 बजे उठा एक केला खाया 10 बादाम ली और 4.53 बजे सुबह घर से साईकल से निकला।
सिर्फ 600 ml निम्बू पानी था मेरे पास ।सेन्दा नमक भी नही था।
क्योकि मजे में 6 बजे मुझे वर्ल्डकप चौराहे पहुचना था।
वहाँ लोकेश त्रिवेदी जी आने वाले थे उनके साथ महू जाना था।
एक घण्टा में मैने 22 km साइकिलिंग कर ली और 6 बजे में 7 मिनट पहले ही वर्ल्ड कप चौराहे पहुच गया।
लोकेश जी के साथ महू पहुच गया माल रोड के आखिरी कोने पर पहुचा और पानी पीने के लिए रुके तो वाच को pause किया और भूल गया 3 km एक्स्ट्रा साइकिलिंग हो गयी
राऊ आकर पोहे खाये और चाय पी ।60 km हो गए थे अब उम्मीद बंधने लगी थी कि 90 km साइकिलिंग पॉसिबल है।लोकेश जी ने बहुत सपोर्ट किया 72 km महू नाका चौराहे पर हो गया था डर लग रहा था कि एक बार घर पहुच गए कि खेल खत्म ।इसलिए बड़ा गणपति से एयरपोर्ट होते हुए छोटा बांगड़दा पहुचा ।
82 km हो गए थे फिर वापस घर रामचंद्र नगर आया तो 90 km हो गए ।रास्ते मे एक नारियल पानी लिया ।
घर आकर 600 ml पानी मे 2 निम्बू डालकर सेन्दा नमक डाल कर पिया।फिर 200 ml दूध में 10 gm व्हेय प्रोटीन लिया 2 छोटे चम्मच।
2 केले खाये ।
फिर स्विमिंग कॉस्ट्यूम के ऊपर शार्ट पहन कर और टीशर्ट में ही क्लिनिक पहुच गया ।1 घण्टा पेशेंट देखे और 11.45 पर रेजीडेंसी क्लब स्विमिंग के लिए पहुच गया।स्विमिंग बहुत डर डर कर चालू की क्योकि 1.9 km स्विमिंग मैंने पिछले एक डेढ़ वर्ष से नही की है।डर सिर्फ cramp का ही लगता है।50 लेप्स पर ही garmin वाच बता रही थी कि 1.9 km हो गया है जबकि 1.25 km ही हुआ था ।जब मेरा 1.9 km हुआ 76 लेप्स जब garmin वाच ने 2.8km स्विमिंग बताया यह गलत है garmin एक reputated ब्रांड है उसे इसमें सुधार करना चाहिए।
एक बार तो चोर मन ने बोला कि थोड़ी बईमानी कर लो 1.9 km घड़ी के हिसाब से हो गया है।परंतु अच्छे मन ने कहा कि किसको बेवकूफ बनाओगे प्रतियोगिता में garmin नही चलेगी ।खैर ।
मै कभी भी ऐसा नही करूँगा न हो तो चलेगा परन्तु धोखेबाजी अपने आप से कभी नही।
50 लेप्स के बाद 350 ml सेन्दा नमक और निम्बू का पानी लिया ।
जिसका डर था वो आ ही गया cramp 75 लेप्स फिनिश करके पलटा तो लेफ्ट काफ muscle में तेज cramp उठा ।मै घबरा गया फिर अपने आप को संभाला 30 से 60 सेकंड में रिकवर हो गया मन को शांत किया 40 से 50 बार गहरी सांस ली और पैर को ढीला छोड़ दिया।
बाहर निकल कर स्ट्रेचिंग की 500 ml निम्बू पानी लिया 2 केले खाये ।रास्ते मे 2 गिलास गन्ने का रस पिया एक कचोरी खाई घर आकर प्रोटीन 10 gm दूध में 200 ml लिया।
250 gm दही खाया और दाल चावल खाये ।
फिर थोड़ी देर आराम किया ।
cramp के दर्द के कारण 4 बजे में वाक भी नही कर पा रहा था घर मे हेमा ने कहा कि कल सुबह कर लेना 21 k रन ।मैने थोड़ी स्ट्रेचिंग की और इस लायक हो गया कि मलहराश्रम पहुच जाऊ।5.45 शाम को वहाँ पहुच गया।
पिछले दो तीन वर्ष से मलहराश्रम या किसी ग्राउंड में दौड़ नही लगाई है।क्योंकि गोल गोल घूमना मुझे पसंद नही है।
बाहर की तरफ से दौड़ो तो 470 मीटर होता है मलहराश्रम में अंदर की तरफ से 400 मीटर ।लगभग 50 लेप्स लगाना थे ।मैने garmin चालू की ।उसके फ्रंट डिस्प्ले में elevation सेट कर रखा है जिससे टेंशन न हो ।वह एलिवेशन बताता है 572 से 580 मीटर उससे पैनिक नही होते है कि पेस बिगड़ रहा है।में अपनी बॉडी की सुनता हूं आजकल कोई नेगेटिव स्प्लिट नही ।मेरा टारगेट सिर्फ पूरा करना था ।
मैने सुबह साईकल भी चलाई तो समय का कोई टेंशन नही रखा।स्विमिंग में भी बेफ्रिक था।
दौड़ में एक सवाल ये भी था कि बेयरफुट करू या सैंडल पहन कर ।में dynaplast लगा कर दौड़ा मुझे ग्राउंड मक्खन जैसा लगा ।ग्राउंड पर फ्लड लाइट लगी है कोई भी यहाँ रात को भी रन कर सकता है।नेहरू स्टेडियम और अटल ग्राउंड को भी ऐसा बनाना चाहिए।
खैर।
पहले 5 km में पेस 6.30 से 6.50 था।प्रत्येक km पर पेस बता रही थी घड़ी ।15 km के बाद 8 का पेस हो गया मुझे बिल्कुल चिंता नही थी डर यही था कि 9 घण्टे होने आ रहे है और अब cramp आ गए तो समझो गए।
परंतु ऊपर वाले को भी दया आ गयी और मेरा पहला ट्रायल वाला ट्रायथलन हो गया  सभी सुपर चार्जर के दोस्तो के कारण ये संभव हो पाया क्योकि सभी एक से बढ़कर एक धुरंधर है ।सभी साथियो को बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया।विजय सोहनी जी सुबह मिल गए थे।
आशुतोष व्यास को विशेष धन्यवाद क्योकि मैंने पोस्ट किया था कि cramp के दर्द के कारण आखिरी 21 कर पाऊंगा या नही ।तो आशुतोष ने लिखा था कि सर आप जरूर कर लोगे।ये दो शब्द भी किसी का हौसला बढ़ा सकते है
इतना खुश था मै की हेमा को कहा कि अब में मर सकता हु ।घर पर करवा चौथ की तैय्यारी चल रही थी ।घर आकर दाल चावल खाये और दही खाया 300 gm के आसपास
प्रोटीन व्हेय 10 gm लिया 200 ml दूध में।
रात को 10 बजे सो गया और ढाई बजे उठ कर 3 रोटी खाई ।और फिर सो गया फिर 5 बजे उठकर ब्रेड चाय ली वापस सो गया 7 बजे वापस पोहे खाये।
मैने खाने पीने का विवरण इसीलिए डाला कि वेजीटेरियन खाने के साथ 9 घण्टे का वर्कआउट आप कर सकते हो।
मै अंडे और मीट मटन कुछ नही खाता हूं

आशा है कि सभी को मेरा ब्लॉग पसंद आएगा ।पूरा 100%सच्चाई पर आधारित है ।काफी लोगो को मदद भी मिलेगी ।
कोई भी काम मुश्किल नही है मन मे उसका बीज डाल दो और सोचते रहो उसके बारे में ।वो काम जरूर होगा।
कुछ भी असंभव नही है।
एक बार पुनः अवनीश उपाध्याय जी को धन्यवाद उनके कारण ही ब्लॉग लिखना चालू किया था मैंने

Thursday, August 17, 2017

12 hr mumbai ultra run

मैंने 2015 में बैंगलोर में अल्ट्रा की थी 50 km 9 घंटे में उसके 15 दिन बाद इंदौर में 7.40 hr में वापस 50 km रन किया था।
कामरेड दौड़ने का मन है परन्तु अपने आप को पहले में परखना चाहता था इसलिए अल्ट्रा का फॉर्म भर दिया ।मुंबई अल्ट्रा में बिब या टाइमिंग चिप नहीं होती है जिससे की रनर को कोई टेंशन नहीं रहता है।
अप्रैल में 21 km 21 दिन करने के बाद कुछ आत्मविश्वास आ गया था की अब स्लो पेस में रन कर सकते है। अल्ट्रा के लिए स्लो पेस 9 से 11 के पेस में रन करते आना चाहिए ।जुलाई में 3 बार 2 जुलाई 46 ,16जुलाई 42, 30जुलाई 42km रन किया था प्रैक्टिस में।
काफी आत्मविश्वास था की में कम से कम 70 km करूँगा और मन में 75 km की भी ख्वाहिश थी।
सभी सुपर चार्जर सदस्यों की शुभकामनाओ के साथ हम इंदौर से निकले।
एक दिन पहले दोपहर 3 से 6 के बीच बिब लेने गए शिवाजी पार्क तो हमें समझ में आ गया की मुंबई में दौड़ना आसान नहीं है। खड़े रहने पर ही हम पसीने पसीने हो रहे थे ।तापमान 31 डिग्री था परन्तु फील 38 डिग्री का था humidity के कारण।
मुझे तो ऐसा लग रहा था की 42 भी कर पाएंगे की नहीं।
खेर दिनेश सुले जी को नई garmin वाच दिलवाई क्योकि वहा पर टाइमिंग चिप नहीं है।8 बजे सो गया एक आलू परांठा और दाल चावल खाकर ।सुलेजी ने सिर्फ 2 नाशपाती 2 एप्पल और एक केला खाया।
सुबह 2.15 पर सोकर उठ गए ।हमारी होटल सी लार्ड cst रेलवे स्टेशन के पास है और शिवाजी पार्क 15 km दूर ।4 बजे रिपोर्टिंग टाइम था।
मैंने एक ब्लैक कॉफ़ी और 2 ब्रेड बटर ली। रात में 2 लीटर निम्बू पानी पी गया।
4 बजे शिवाजी पार्क पहुचे। वहा पर डॉ प्रवर पासी जी मिल गए। उनकी सिस्टर और जियाजी अरुण कुमार मिले वो कभी 10 km भी नहीं दौड़े है और अल्ट्रा का फॉर्म भर के दौड़ने आ गए ।मैंने कहा गुरुदेव आपके चरण कहा है। बाद में उन्होंने बताया की वो 12 घंटे वाक की प्रैक्टिस सिर्फ 7 दिन पहले की और 66 km वाक कर चुके है। उनकी इन बातो से मेरा हौसला बड़ा।
वहा पर मिलिंद सोमन और उनकी माँ उषा जी और पूरी pinkathon की टीम थी।
उन्हें मैंने बताया की में आपका फेन हु और बेयरफुट रनर हु। डॉ पासी और मैंने उनसे बातचीत की ।उन्होंने अपने विब्राम शूज बताये नीचे से हील के वहा से फटे हुए थे। वे बेयरफुट ही रन करते है परन्तु जब रोड cemented हो या पथरीला हो तो विब्रम वापरते है। फोटो खीचने से मना किया क्योकि सभी 400 लोग उनके साथ फोटो खिचाने लग जायेंगे।
जब 5 बजने में 5 मिनट बाकी थे तो स्ट्रेचिंग चालू की सबने तो भी मिलिंद सोमन ने कहा की ये 5 या 10 km की स्प्रिंट नहीं है कोई स्ट्रेचिंग की जरुरत नहीं है।
5 बजे दौड़ना चालू किया पेस 10.17 का रखना था 12 घंटे में 70 km करने के लिए।
शुरू में 9 से 9.30 का पेस रहा 21 km तक ।
पहला 21 km बेयरफुट किया फिर मैंने sandal से रन चालू किया और 55 km तक रन किया sandal से आखिरी 11 km मैंने goldstar से रन किया।
एक लूप 11 km का था हर लूप के बाद हमारा वजन चेक कर रहे थे और बी पी चेक कर रहे थे ।पहले लूप में मेरा वजन 74 आया और bp 168 और 100 ।
डॉक्टर्स चिंतित थे। मैंने कहा आप फ़िक्र न करे 29 फुल मैराथन कर चूका हु।
नितेश त्रिवेदी कर के एक रनर मिला उसके टी शर्ट पर shoot the rapist लिखा था ।मुझे याद आ गया की ये वो ही बंदा है पिछले 4 वर्षो से scmm में मुझ से मिल रहा है। दौड़ने के साथ एक अच्छा सन्देश भी।
दीपक जी मिले जिन्होंने 12 घंटे रिवर्स रन किया तिरंगा झंडा लेकर।
जब मेरा तीसरा लूप हुआ तो मैंने सुपर चार्जर में पहली पोस्ट डाली की 33 km हो गया है।
डॉ पासी दिनेश सुले और मैंने 15 km तक 1 km रन 1 km वाक किया। यह स्ट्रेटेजी डॉ पासी की थी ।थोड़े km के बाद पासी जी और सुलेजी आगे निकल गए में अपनी पेस में कर रहा था ।20 km बाद मैंने अपनी अपनी स्ट्रेटेजी पर आ गया जब साँस फुले वाक करो अन्यथा जॉगिंग करते रहो।
42 km 7 घंटे 10 मिनट में हुआ और 10.17 का पेस चल रहा था। मुझे थकान होने लगी थी मुझे समझ आ गया की अभी 5 घंटे और रन वाक करना है।
मुझे 28 km और रन करना है 5 घंटे में ।दौड़ते दौड़ते ही मैंने फैसला लिया की कुछ भी हो जाये 12 घंटे रन करूँगा भले ही वाक करू। भले ही 60 km ही रन करू ।दोपहर 12 से 5 मैंने ब्रिस्क वाक चालू कर दी ।10.20 से 10.40 की पेस आ रही थी।
दोपहर को 12 के बाद4 बार पानी की तेज बौछारे आई और 15 मिनट बाद वापस सड़के सुखी हो जाती थी। 3 बजे मिलिंद सोमन मिले worli seaface पर उन्होंने फोटो खिचवाई ।मैंने उन्हें कहा की मेरा भी ख्वाब है आयरन मेन का।
अब में आयोजको के बारे में बताता हु ।सुबह पहले लूप पर ही हमें इडली सांभर और डोसा दिया और कॉफ़ी दी गयी ।काजू ,खजूर,किशमिश,salted peanut,आलू चिप्स,चॉकलेट वाइट एंड डार्क,सेंधा नमक और सादा नमक ,गुड के बारीक़ टुकड़े,ब्रेड जैम ,ब्रेडबटर,तरबूज
आदि सभी जरुरी व्यवस्था थी अल्ट्रा के लिए।
प्लास्टिक के कप की बजाय स्टील के छोटे गिलास में एनेर्जल और पानी भर के रखा था। आधे आधे गिलास ही भरे थे जिससे waste न हो पानी ।5.5 के लूप में 4 स्टेशन थे सभी पर वालंटियर चीयर भी कर रहे थे और बहुत बढ़िया से रनर का ध्यान रख रहे थे।
gu जेल भी उपलब्ध था एक लिया मैंने उसका मुझे कोई विशेष फायदा नहीं हुआ।
हर पॉइंट पर फेस पर स्प्रे कर रहे थे ।बहुत ही अच्छी व्यवस्था थी। हर डेढ़ घंटे पर हम खाते पीते रहे इसके कारण किसी को भी कोई तकलीफ नहीं हुयी कोई cramp नहीं आये। आखिरी के 20 मिनट बचे तो मुझे जोश आ गया और 66 वा किलोमीटर 8.30और 67 वा किलोमीटर 7.30 के पेस में फर्राटा मारा।11 के पेस में वाक कर रहे थे उसकी तुलना में फर्राटा ही कहेंगे।
सभी रनर से 7 लूप मतलब 14 बार हम लोग क्रॉस हुए सभी एक दुसरे को मोटीवेट कर रहे थे ।रनर से अच्छा दोस्त कोई नहीं हो सकता। सभी नाम देखकर उत्साहित कर रहे थे ।
आखिरी में आयोजको से मिला और उन्हें धन्यवाद् किया की आप 5000 रुपये चार्ज रखे इतनी बढ़िया व्यवस्था थी।
जब भी थकने लगते महिलाओ और 70 साल के लोगो को दौड़ते देखकर भूल जाते ।बहुत अच्छा माहोल था। एक जगह तो एक महिला ने 3 बजे पूछा की कब तक रन करेंगे शायद वो सुबह से देख रही थी। मैंने कहा 5 बजे तक।
मेरे फोन की बैटरी खत्म हो गयी थी इसलिए में 57 km के बाद पोस्ट नहीं कर पाया। वजन चेक करने के लिए 7 wt मशीन और 7 वालंटियर्स थे जो wt चेक करके बिब पर लिख रहे थे और करीब 10 टेबल पर डॉक्टर्स थे जो wt चेक कर रहे थे आखिरी में मेरा bp 142 आ गया 168 से
wt 74 से 77 हो गया।
शावर की व्यवस्था थी स्विमिंग पूल के अन्दर एक बार 33 km के बाद शावर लिया ।
हर ब्रेक में 10 min एक्स्ट्रा लगे मतलब 7 लूप 70 मिनट
परन्तु रेस्ट लेने से हमें अगले 11 km की एनर्जी मिलती रही ।
आखिरी में छोले भठूरे और गुलाब जामुन थे।
दही खिचड़ी और दाल खिचड़ी भी थी।
खिला खिलाकर मेरा वजन 3 किलो बड़ा दिया। मैंने हर 5 km पर सेंदा नमक और गुड मिलाकर खाता रहा जिससे आखिरी km तक तकलीफ नहीं आई ।volini की तरफ से 15 वालंटियर्स थे जो सबकी स्ट्रेचिंग करा रहे थे
बर्फ की बड़ी बड़ी शिलाए 25 किलो तक की तपेले में डालकर रखी थी जिससे की ।रन के बाद पैर डाल सके ठन्डे पानी में।
सुलेजी ने 75 km रन किया डॉ पासी जी ने 60 km रन किया ।
होटल आकर एक गिलास ढूध में एक स्कूप 30 gm whey प्रोटीन लिया। और 8 बजे सो गए बगेर खाना खाए।
सुबह उठ कर आलू पराठा और दाल चावल खाकर हम 8.30 पर होटल से निकल गए।
एअरपोर्ट पर अजय झांग जीतेन्द्र हेमा और माधवी ने हमारा हीरो की तरह स्वागत किया। सभी को तहेदिल से धन्यवाद ।
विजय सोहनी जी
संजीव राजदान
डॉ पारीख सर
डॉ गोखले सर
विवेक सिंघल जी
डॉ रजनीश डॉ अमित और पूरी सुपर चार्जर की टीम और पुरे इंदौर के रुन्नेर्स को धन्यवाद् दिल से ।
67 km now is new landmark for me
Thanks for reading blog
Dr yogendra vyas
9826210372
dryvyas@gmail.com