Monday, December 18, 2017

300 और 400 km brm

9 dec 2017 को 300 brm थी और 16dec 2017 को 400brm थी।
मेरी कमर में दर्द चल रहा था 2 माह से रनिंग नही कर पा रहा था सोचा कि साइकिलिंग कर लूं।डॉ जितेंद्र बरनिया ने भी मुझे प्रेरित किया कि 200 300 और 400 कर ले।
5 nov 2017 को 200 आराम से हो गयी थी।
9 dec को 300 km में काफी तकलीफे आयी आष्ठा के पहले कोठरी गांव में साईकल पंक्चर हो गयी फिर सोनकच्छ से देवास के रास्ते मे साईकल की लाइट बंद हो गयी अंधेरे में साईकल चलाना बहुत खतरनाक था।पीछे से ट्रक आते तो लाइट मिलती जैसे ही ट्रक निकले एकदम अंधकार छा जाता।मैने मन ही मन मे सोचा की अब कभी लंबी साइकिलिंग नही करूँगा।
देवास से 5 km पहले हेमंत बड़ोदिया के दोस्त ने मुझे रोका की आप को लाइट चाहिए न हेमंत आपका इन्तेजार कर रहे है।हेमंत जी ने अपनी आगे और पीछे की लाइट मुझे दी।
देवास टोल पर रविकांत अंकुर माहेश्वरी पंकज शर्मा और मार्शल अंकित मिल गए ।उस समय 250 km साइकिलिंग हो गयी थी।
मैंने सुबह साबू दाने की खिचड़ी खाई थी इसलिए मैंने क्रिसेंट पर एंट्री की और निकल गया खाना नही खाया
183 km पर साईकल पंक्चर हुई 35 min लग गए।
फिर अंधेरे में गाड़ी की स्पीड भी कम हो गयी और राम राम करते 300 km हो गया।11 बजे पहुचा होटल इंफिनिटी।
3 घण्टे पहले हो गया।मैंने आते ही ग्रुप पर पोस्ट किया कि में लंबी दूरी की साइकिलिंग से सन्यास ले रहा हु।उसके बाद सभी मित्रों की प्रतिक्रिया आई ।नीरज भैया और प्रवीण पराशर की प्रतिक्रिया के बाद मैंने अपना फैसला बदला की में अगले शनिवार 16 dec को 400 करूँगा।

डाॅ योगेन्द्र जी व्यास की पोस्ट पढ़ी जिसमें उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से लम्बी दूरी वाली याने BRM से सन्यास लेने की घोषणा कर दी..... आप एक जुझारु खिलाड़ी होने के साथ साथ कईयों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है... 21 दिन 21km आप ही तो लाए थे ना,आप उम्र के इस पड़ाव पर जो कर रहे हैं वो.... (शब्द नही मेरे पास)
दरअसल BRM के ये जो नियम हैं वो विदेशियों द्वारा उनके देश के हिसाब से बनाए गए हैं.... पिछली 3 BRM का जिक्र करूं तो-भोपाल बायपास की सड़क ऐसी कि डाॅ बेंजामिन साहब का पहिया गोल की जगह चौकोर होने लगा (हरीश जी के भोपाल वाले मैकेनिको ने कहा कि यह ठीक नही हो पाएगा),डाॅ आर बी की साइकल 200 brm में जवाब दे गयी व कल वाली brm में विजय भावसार जी को एक मोटर साइकिल वाले ने ऐसी टक्कर मारी की पूरा गेयर सिस्टम ही टूटकर हाथ मे आ गया.... यदि यहां पर extra cycle से इन्हें मदद न मिली होती तो निश्चित ही इन्हें अपनी राइड छोड़ना पड़ती।
सफर के दौरान हम भले खाने की व्यवस्था ना करें पर मैकेनिक की व्यवस्था जरूर रखें... पूर्व में इसतरह की व्यवस्था होती रही है... हमे BRM को आगे बढ़ाना है... नये नये SR तैयार करना है।
हां डाॅ साहब आपने SR बनने की ठानी है आप अवश्य ये सफर पूरा करेंगे... मै आने वाली 400 व 600 आपके साथ करूंगा... आपका यह सन्यास मुझे मंजूर नहीं...🙏🙏🙏नीरज याग्निक जी की पोस्ट

DrVyas आप महान है,,, और  रहेंगे,,,,,,, आप की तुलना किसी भी Marathoner या cyclists से नहीं की जा सक्ती,,,, BRM का struggle मै ने भी खूब किया है.... रेस मे Fail हो कर फिर पास हुआ हू... कोई भी class एक attempt मे पास नहीं की है..😃 इस लिए.. आप BRM quit नहीं करेंगे.
प्रवीण पराशर जी की पोस्ट

🙏🌹🙏आज सुबह ही मेने मेरा नाम 400 km से हटा दिया था।
परंतु फिर में मेरी साईकल लेने डॉ जितेंद्र के घर गया ।डॉ जितेंद्र ने कहा कि एक रात की और बात है 400 कर लो ।रास्ते मे धीरे धीरे साईकल चलाते हुए आत्ममंथन करता हुआ आया।
मैंने सोचा कि मैने commit किया है कि में firefox road runner से brm 200 300 400 600 करूँगा।
नीरज भईया ने भी कुछ जोश दिलाया था कल
में फिटनेस की दुनिया से क्विट नही करूँगा।एक बार तो कर ही लू।17 घण्टे चला ली 6 घण्टे और सही
400 तो कर ही लू
ये एक माफिया ग्रुप जैसा हो गया है फिटनेस का बुखार एक बार इसमें उतर गए तो आप इस मे से निकल नही सकते हो।
मैंने सोच लिया है कि 2 टोर्च लेकर चलूंगा।183 km पर 32 मिनट लगे पंक्चर बनवाने में
251 km पर 15 मिनट लगे
रविकांत पंकज शर्मा मार्शल अंकुर माहेश्वरी जी मिल गए थे
17.19 टोटल समय था 15 .29 hr मूविंग टाइम था।
105 मिनट का ब्रेक लिया कुल 17 घण्टे में उसमे 45 min हटा दे तो एक्चुअली 60 min का ब्रेक
मुझे खुशी है कि मैं बगैर खाना खाएं नॉनस्टॉप साईकल चलाई।
6 केले
4 लीटर पानी
छाछ सेन्दा नमक 1 लीटर
निम्बू पानी 1 लीटर
नारियल पानी नीरज भाई के सौजन्य से
2 कैडबरी 20 वाली
2 फुल चाय
3 पाउच कॉफ़ी डायरेक्ट मुँह में
🙏🙏🙏🙏🙏

ये सब पोस्ट रिपीट इस लिए की की किसी के कहे हुए दो शब्द से कितनी ऊर्जा मिलती है।अगर प्रेरणादायी शब्द न मिलते तो 400 करने की इच्छा ही नही होती।
साईकल को तैयार करवाई महेश करड़ा जी से 2 टोर्च ली।साईकल के टायर ट्यूब चेंज करवाये और डॉ जितेंद्र के घर गाड़ी रख दी।
16 dec 2017 को सुबह हेमा मुझे कार से छोड़ने आई ।5.30 am पर हम लोग निकल गए 400 के सफर पर।
मन मे बिल्कुल विश्वास नही था इसलिए मैडल के पैसे जमा नही कराए।हो गया तो हरि कृपा न हुआ तो हरि इच्छा विजय सोहनी जी का ब्रम्ह वाक्य लेकर साइकिलिंग चालू की ।
आप मानेंगे नही मेरे जैसे जिद्दी आदमी को शुरू के 20 km में पसीने छूट गए सभी काफी आगे निकल गए थे कम से कम 8 फ्लाईओवर आते है शिप्रा के पहले ।में दुआ कर रहा था कि पंक्चर हो जाये और में वापस घर चला जाऊं।
thigh muscle में हल्की सी soreness हो रही थी।
7 दिन पहले ही 300 किया था।
खैर डॉ आर बी सिंह बृजभूषण और लोकेश त्रिवेदी 20 km बाद मिले तो जान में जान आई।
rb singh मेरे साथ 10 से 15 km चले।
मैंने एक बात का गौर किया कि मेरी स्पीड काफी कम थी क्योंकि हाइब्रिड बाइक है।300 km में मैंने 20.5 की एवरेज स्पीड में सिहोर पहुचा था 400 में  में सिहोर 18.5 की एवरेज स्पीड से पहुचा ।
में मन ही मन अपने आप की गालिया दे रहा था कि क्यो में 400 कर रहा हु।क्या जरूरत है।कौनसा अवार्ड मिल जाएगा।
पास से कंटेनर निकलते थे और चार्टर्ड बस निकलती तो लगता था कि गए अपन तो ।
मेरी तौबा मेरे बाप की तौबा में ऐसी गलती नही करूँगा बोलते बोलते क्रिसेंट होटल सिहोर आ गए और फिर दाल चावल जीरा आलू खाये 45 मिनट आराम किया स्ट्रेचिंग की और निकल गए भोपाल बाईपास रोड के लिए।
206 km पर विजय भावसार के एक परिचित मैडम ने हम सब की अच्छी खासी खात्री की कॉफी पिलाई 25 मिनट आराम करके निकले और फिर साईकल पंक्चर हो गयी।

मेरा पहला 400 km में बृजभूषण शुक्ल को समर्पित करता है।उसके अलावा शेखर मोहरिकर और रामकृष्ण न होते तो 400 km न कर पाता
बृज ने मेरी साईकल का पंक्चर भी बनाया और पहिया निकाल कर tube भी बदला ।और 200 से 280 km तक मेरे साथ साईकल चलाई ।लोकेश त्रिवेदी और डॉ rb singh ने फैसला लिया था कि dr vyas को अकेले नही छोड़ना है।
शेखर और रामकृष्ण ने आखिरी के 80 km में मुझे साथ दिया मेरी रात को जागने की आदत नही है।29 घण्टे जागना बहुत महंगा पड़ा सुबह क्षिप्रा के ओवर ब्रिज पर नींद का झोंका आया और में पुल से टकरा कर जमीन पर गिर पड़ा ।वो तो हरि कृपा थी अगर ब्रिज से नीचे गिरता तो ।
खैर सभी साथियो का धन्यवाद सभी ने सहयोग दिया तो एक बार मे ही 300 ओर 400 हो गयी
मेरी सभी से गुजारिश है 300 और 400 firefox हाइब्रिड से न करे।
में यदि 600 करूँगा तो विजय सोहनी जी की ट्रेक सही करूँगा।
कल 25 बार नींद के झोंके आये।वापस कहूंगा कि हाईवे पर 400 600 सब खतरनाक है।सुरक्षित नही है
सभी शुभचिंतको की शुभकामनाओ से 400 km साईकल का सपना पूरा हो गया।
अजय झांग जी ने एक दिन पहले मुझे गाइड किया कि कैसे करना है।
मुझे लगता है कि मेरी हाइब्रिड की बजाय रोड बाइक होती तो मुझे इतना संघर्ष न करना पड़ता।
fastandup tablets मैंने 10 से 12 खाई
सेन्दा नमक और और पानी 8 लीटर लिया।
ब्लॉग को पढ़ने के लिए धन्यवाद ।सभी को वापस से धन्यवाद जो मुझे इतनी हिम्मत दिलाई की ये काम मे कर पाया
डॉ योगेंद्र व्यास

1 comment:

RADIANT RAVIKANT said...

शानदार विवरण, एक एक मिनट का सचित्र वर्णन मानो ये सब हमारे सामने ही हुआ हो,आपके जज्बे और हौसले को सलाम सर। ऐसे ही सबको प्रोत्साहित करते रहिए।धन्यवाद।