Monday, August 19, 2024

अल्ट्रा रनिंग क्यो करना

अभी अभी 18 अगस्त 2024 को इन्दौर सुपरचार्जर की बेहतरीन अल्ट्रा रन स्टेडियम तिरंगा रन हुई ।मैंने इस बार सिर्फ 2 घन्टे में ही भाग लिया
जबकि 16 घण्टे 100 km की रन का भी विकल्प था ,12 घण्टे और 6 घण्टे का भी विकल्प था।
2025 जून कामरेड मैराथन का टारगेट है कोच राजेश पोरवाल जी ने 2 घण्टे रन करने का कहा था उसमें भी 5 km तेज करना था वो 32 मिनट में कर दिया।बाकी आराम से किया।
ये ब्लॉग लिखने का ख्याल इसलिए आया कि मैने 16 घण्टे देखा है रनर्स को 2 बजे रात से रन शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक 100 km रन के लिए 16 घण्टे थे।
16 में से 7 लोग ही 100 km कर पाए बाकी ने भी 60 से 90 km तक रन किया ये कोई छोटी बात नही है सभी अल्ट्रा रनर के लिए मेरे दिल मे बहुत इज्जत है।इसीलिए मैने 16 घण्टे volunteering की ।
उनके दुख दर्द को मै भली भांति जानता हूं।
मैंने स्वयं ने 5 बार 12 घण्टे की रन की है।
सभी पूछ रहे थे कि इस बार सिर्फ 2 घण्टे क्यो ।
विचार क्यो परिवर्तित हो गए ।मेरा जवाब था कि अब हम सुधर गए है।जैसे हर बुक्स का नया (एडिशन) संस्करण आता है वैसे ही समय के साथ नए विचार आते है।
प्लांटर ने 1 वर्ष में काफी कुछ सीखा दिया कि लंबे समय रनिंग में रहना है तो रनिंग में क्वांटिटी की बजाय क्वालिटी लानी होगी।
12 और 16 घण्टे लगातार दौड़ने वाले सुपर मेंटल tuffness या दृढ़ इच्छाशक्ति वाले व्यक्ति है वो सभी हमारे हीरो है ।इसमें कोई शंका नही।
परंतु हमे सोचना चाहिए कि इतना क्यो दौडना है।एक आध बार दौड़ लिए वो तो ठीक है।बार बार 12 घण्टे दौडना वो भी बिना तैयारी के समझदारी तो नही है।कामरेड 90 km के लिए साल भर लोग ट्रेनिंग करते है 35 से 40 km तो 8 से 10 बार 
एक बार 65 से 70 km की प्रैक्टिस रन करते है।हमारे यहाँ लोग बगैर तैयारी किये दौड़ने लगते है 21 और 32 km भी प्रैक्टिस नही करते है उसका ही नतीजा है कि 16 में से 7 ही कर पाए  100 km
44%
जबकि कामरेड में 88%लोग सफल होते है भारत के 400 लोग थे इस बार 94%तक सफल रहे उसका एक कारण कट ऑफ टाइम भी है।हमे भी 100 km के लिए एक कट ऑफ पॉइंट बनाना चाहिए 5 घण्टे में 42 किया हो तो ही आप 100 कर पाएंगे।
ये ब्लॉग लिखने का मतलब किसी को भी हतोत्साहित करना नही है बल्कि लोगो को प्रॉपर ट्रेनिंग करके इवेंट में भाग लेने के लिए तैयार करना है।
यही इवेंट रोड पर हो तो 7 लोग भी 100 km नही कर पाएंगे ।स्टेडियम में हर 400 मीटर पर आपको सारी सुविधाएं मिलती है।ठंडा पानी से sponging हो जाती है हाइड्रेशन हो जाता है और लोग हर लैप पर मोटीवेट करते है।
हमे अपने आप को सुधारना होगा यदि अच्छे से रन करना है तो।
बाकी तो हम लोग वाक करके और जैसे तैसे रन कर ही लेते है अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से।
एक बार पुनः सभी अल्ट्रा रनर को हार्दिक बधाई हमारे 2 घण्टे में से 1 घण्टे ही दौड़े वहाँ आप लोगो ने 12 और 16 घण्टे दौड़ लगाई।

Monday, August 5, 2024

अति सर्वत्र वर्जयेत

आज hdor खत्म हो गया रनिंग वाला,अभी साइकिलिंग वाला चालू होगा 14 sept से 
हम सब लोगो को अपने आप सब पूछना होगा कि हम ये इवेंट क्यो कर रहे है?? मकसद क्या है??
हम हमारे शरीर को क्यों तकलीफ दे रहे है ।अभी मेरा वर्कआउट बहुत कम है उसके बाद भी 600 मिनट की एक सप्ताह में इन्टेन्सिटी हो रही है ।जबकि सप्ताह में सिर्फ 150 मिनट की इन्टेन्सिटी ही पर्याप्त है।हमे सोचना चाहिए कि कही हम अपने शरीर से ज्यादा कार्य तो नही करवा रहे है।
दूसरा क्या कर रहा है उससे ज्यादा influence में न आये ।अपने को जो अच्छा लगे वो करे।
अति सर्वत्र वर्जयेत ।
सबकी प्राथमिकताये अलग अलग होती है।सबको अपने हिसाब से लक्ष्य तय करना चाहिए ।
11 वर्षो के मेरे अनुभव से मैं बता सकता हु की हम थोड़ा वर्कआउट  मॉडरेशन की तरफ करे।
आप परफॉर्म करोगे तो लोग तालियाँ तो बजा देंगे ।परंतु आपने क्या खोया और क्या पाया ये भी सोचना चाहिए।
मैने ही 2016 में सुदर्शन वर्मा को मुम्बई अल्ट्रा करते देखा था शिवाजी पार्क क्लब वाले करवाते है 15 अगस्त के बाद वाले रविवार को वो देखने के बाद ही 2018 मे पहली बार 12 घण्टे की रन करवाई थी जबसे चालू है मैने इन्दौर में 4 बार और मुंबई में 2017 में 12 घण्टे की रन की थी 
हर माह 42 km करता था हर रविवार 21 km 
फिर 21 km 21 दिन 2017
और 21 km 30 दिन भी की 
कहने का मतलब ये है कि ये सारे खेल कर चुका हूं ।अब लगता है कि कम रन करे और अच्छी ट्रेनिंग से करे।जिम जाए स्ट्रांग बने।
कामरेड करना कोई जरूरी नही है ।ये तो मैने वादा किया था विवेक सिंघल जी से 2017 में की में कामरेड करूँगा इसलिए मूड है।
अभी राजीव lath जी ने बहुत अच्छी बात कही परसो की वो कामरेड या विदेश की कोई रन नही करेंगे जब तक भारत की ढेर सारी रन जैसे लदाख और खरदुल्ला जैसी और बाकी रन न कर ले 
बात में दम तो है।
ये msg लिखने का एक ही मकसद है कि हम सोचे जरूर की हम क्यो कर रहे है ये इवेंट ।
अपने शरीर की जरूर सुने ।क्या आप अगले 20 साल दौड़ पाओगे क्या ये जरूर सोचे।
रनिंग हाई इन्टेन्सिटी एक्सरसाइज है ।इसको कम करे और क्रॉस ट्रेनिग भी करे।
आप नए लोगो को जोड़े तो समाज को ज्यादा फायदा होगा ।बजाय अपने रिकॉर्ड बनाने के लिए।
ये msg हम सबके लिए है ।मेरे लिए तो खासकर 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली वाली बात है।
मेरी आदत है कि अपनी गलती को स्वीकारो और दूसरों को भी गलतियों से बचाओ

अभी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की बजाय  बेईमानी और चीटिंग करने की प्रवृत्ति आई है वो बहुत बुरा है।
सब वर्कआउट करे और खुश रहे एक दूसरे से आगे बढ़ने के लिए फर्जी रन और फर्जी राइड कर रहे है वैसे लोग 5%ही होंगे परन्तुं उसके कारण सबकी प्रतिष्ठा को धक्का लगता है।
आम जनता तो वैसे भी नही मानती है कि 42 km कोई दौड़ सकता है या 100 km राइड कर सकता है।