24 th मैराथन 19 feb 2017
18 तारीख को में रात्रि में अच्छा खा पीकर 10 बजे सो गया। डेढ़ बजे रात को नींद खुल गयी फिर भी सोया रहा ढाई बजे तक। फिर उठ कर मूंगफली के दाने सीके हुए खाए ।एक चाय पी।
इंदौर मैराथन में मैंने चाय और ब्रेड ली थी मुझे उलटी हो गयी थी। नए अनुभव हर दौड़ में करना चाहिए।
1.2 litre slice mango जूस में 10 ग्राम सेंदा नमक और 2 निम्बू का जूस उसमे डाल दिया और 600
600 ml की 2 बोतल तैयार कर ली।2 लिटर सादा पानी लिया।
खजूर कीमिया 8 लिए ।
उपरोक्त सभी चीजो में मेरा 42 km हो गया इसके अलावा में 3 केले
चिक्की
5 स्टार
प्रोटीन बार
ले कर गया था। सुबह घर से 3.40 am पर निकल गया। रात में ही dynaplast पट्टी लगा कर सोया था। क्योकि 42 km में पेरो को बचाया जा सके कंकर पत्थर से।
100 ml स्लाइस में 60 kal होती है।720 cal सिर्फ स्लाइस से ही मिल गयी शुगर सलूशन के कारण पेट गड़बड़ होने का भी डर होता है। ब्लोटिंग सेंसेशन।
खैर घर से निकला तो डर था की davv में लाइट नहीं हुयी या अन्दर एंट्री नहीं दी तो क्या करेंगे मैंने सोच लिया था की बी आर टी एस पर रन करूँगा।4 बजकर 7 min पर रन चालू किया।4.15 पर डॉ मुकेश बिरला जी की आवाज सुनकर मजा आ गया। फिर 6.30 तक उन्होंने मुझे बहुत बढ़िया कंपनी दी ।मेरे स्लो पेस में भी मेरे साथ दौड़े ।मैंने उन्हें कहा की आप को तेज करना हो तो कर सकते हो। उन्होंने कहा की आज आप के पेस में ही करूँगा ।बहुत गप शप की 20 k तक ।फिर तो अपूर्व मिश्र जी राजेश पोरवाल जी डॉ प्रशांत अखिल जैन विकास जैन कमल किशोर जी सुरेश लाहोटी जी दिनेश सुले जी प्रकाश दूधिया आदि सुपर चार्जर आ गए।16 km के बाद पेस 7.15 हो गया तो sub 5 की उम्मीद मैंने छोड़ दी।
एवरेज पेस 7.09 चाहिए था 42 के लिए sub 5 में करने के लिए। पहला टारगेट 21 हुआ तो थोड़ी बहुत शांति मिली की आधा तो हो गया अगला टारगेट 32 k था। मुझे सुनील गावस्कर की बात याद आ रही थी वो कहते थे पिच पर खड़े रहो रन बनते रहेंगे ।l
इसलिए मैंने पेस का टेंशन छोड़ दिया। एक दो बार मेरा पेस 8.5 के आसपास आ गया था।26 या 27 km से 42 k तक अखिल जैन ने मुझे कंपनी दी।मैंने अखिल को बताया की जब तक 35 km नहीं आता 42 की कोई उम्मीद नहीं है ।मैंने ठान लिया था की मेरा पेस 7.40 के ऊपर जायेगा तो में छोड़ दूंगा ।क्योकि जब आप में ताकत न हो तो मर मर कर नहीं रन करना चाहिए ये डायलॉग हमारे डॉ अमित बंग के है ।मैंने पुरे समय एवरेज पेस को 7.22 से ऊपर नहीं जाने दिया और फिनिश 7.19 के पेस पर किया।35 km बाद तो मुझे जोश आ जाता है। अखिल ने कहा की 31 km पर आपकी स्पीड अलग थी और 38 पर अलग हो गयी है। बढ़ गयी है स्पीड। अखिल ने बताया की अपूर्व जी कह रहे थे की लेट चालू किया सभी ने क्योकि 42 km फिनिशिंग टाइम तक रुकना होता है। मैंने अखिल को कहा की ऐसा कोई नियम नहीं है ये सभी सुपर चार्जर का प्यार है। कोई जबरदस्ती नहीं है। मैंने उससे कहा की तुम जल्दी जा सकते हो। परन्तु अखिल अंतिम km तक रुका। kk जी lahoti जी सुलेजी अपूर्व्जी रुके रहे मेरे लिए ।में सभी का दिल से आभारी हु डॉ जीतेन्द्र तो सिर्फ मेरे लिए आये। अजय झांग जी साइकिल से आये संजय बिरला भी आये ।
42 km 5 घंटे 7 min में हो गयी ।9.15 am हो रहे थे उस समय ।सड़क पर स्ट्रेचिंग की डॉ जीतेन्द्र ने बढ़िया स्ट्रेचिंग करायी।
davv में sub 5 हो सकती थी परन्तु 3.3 km के एक लैप में 23 मोड़ या बेरिकेड या मुढ़ ना होता है 42 km में 13.3 laps means 300 obstacles 2 सेकंड भी एक्स्ट्रा लगे तो 600 सेकंड का नुकसान।
खेर घर आकर एक केला शेक पिया। कोई प्रोटीन पाउडर में नहीं लेता हु ।क्लिनिक पर 11 से 12 पेशेंट देखे ।घर आकर दाल बाफले खा कर लेट गया।2 बजे भूख लगी ।सेंव मिक्सचर परमल खाए। फिर लेटा 30 min की नींद मिली ।रात को भी 3 घंटे ही सो पाया था।3.30 से 7 बजे तक सोशल विजिट की हेमा के साथ अलग अलग दोस्तों के घर जाकर। बेयरफुट रनिंग के कारण शायद इंजरी बहुत कम होती है। रात्रि को 8 बजे दाल बाफले और कड़ी रोटी 3 खाकर सो गया। सुबह 3.30 पर नींद खुली भूख लग रही थी 3 रोटी सब्जी से खाकर वापस सो गया 7 बजे उठा। यह इसलिए लिख रहा हु की 42 k के पहले और बाद में खासकर खूब खाना चाहिए। रिकवरी के लिए। भूख लगे तो खाते जाओ आपकी बॉडी खुद मांगती है। सुबह उपमा खाया 100 gm फिर 2 रोटी खाकर क्लिनिक गया 20 तारीख को ।क्लिनिक पर 3 केले खा लिए।2 बजे घर आकर 2 रोटी दाल चावल सब्जी रोटी खायी।
मतलब यह है की मैराथन रन के समय और बाद में अच्छे से खाना चाहिए अचार नमक निम्बू विशेषकर ।अपने शरीर के इलेक्ट्रोलाइट सब गड़बड़ हो जाते है 42 km में ।
उम्मीद है की नए रनर को ये आलेख पसंद आएगा।
डॉ योगेन्द्र व्यास
M D PEDIATRICS
18 तारीख को में रात्रि में अच्छा खा पीकर 10 बजे सो गया। डेढ़ बजे रात को नींद खुल गयी फिर भी सोया रहा ढाई बजे तक। फिर उठ कर मूंगफली के दाने सीके हुए खाए ।एक चाय पी।
इंदौर मैराथन में मैंने चाय और ब्रेड ली थी मुझे उलटी हो गयी थी। नए अनुभव हर दौड़ में करना चाहिए।
1.2 litre slice mango जूस में 10 ग्राम सेंदा नमक और 2 निम्बू का जूस उसमे डाल दिया और 600
600 ml की 2 बोतल तैयार कर ली।2 लिटर सादा पानी लिया।
खजूर कीमिया 8 लिए ।
उपरोक्त सभी चीजो में मेरा 42 km हो गया इसके अलावा में 3 केले
चिक्की
5 स्टार
प्रोटीन बार
ले कर गया था। सुबह घर से 3.40 am पर निकल गया। रात में ही dynaplast पट्टी लगा कर सोया था। क्योकि 42 km में पेरो को बचाया जा सके कंकर पत्थर से।
100 ml स्लाइस में 60 kal होती है।720 cal सिर्फ स्लाइस से ही मिल गयी शुगर सलूशन के कारण पेट गड़बड़ होने का भी डर होता है। ब्लोटिंग सेंसेशन।
खैर घर से निकला तो डर था की davv में लाइट नहीं हुयी या अन्दर एंट्री नहीं दी तो क्या करेंगे मैंने सोच लिया था की बी आर टी एस पर रन करूँगा।4 बजकर 7 min पर रन चालू किया।4.15 पर डॉ मुकेश बिरला जी की आवाज सुनकर मजा आ गया। फिर 6.30 तक उन्होंने मुझे बहुत बढ़िया कंपनी दी ।मेरे स्लो पेस में भी मेरे साथ दौड़े ।मैंने उन्हें कहा की आप को तेज करना हो तो कर सकते हो। उन्होंने कहा की आज आप के पेस में ही करूँगा ।बहुत गप शप की 20 k तक ।फिर तो अपूर्व मिश्र जी राजेश पोरवाल जी डॉ प्रशांत अखिल जैन विकास जैन कमल किशोर जी सुरेश लाहोटी जी दिनेश सुले जी प्रकाश दूधिया आदि सुपर चार्जर आ गए।16 km के बाद पेस 7.15 हो गया तो sub 5 की उम्मीद मैंने छोड़ दी।
एवरेज पेस 7.09 चाहिए था 42 के लिए sub 5 में करने के लिए। पहला टारगेट 21 हुआ तो थोड़ी बहुत शांति मिली की आधा तो हो गया अगला टारगेट 32 k था। मुझे सुनील गावस्कर की बात याद आ रही थी वो कहते थे पिच पर खड़े रहो रन बनते रहेंगे ।l
इसलिए मैंने पेस का टेंशन छोड़ दिया। एक दो बार मेरा पेस 8.5 के आसपास आ गया था।26 या 27 km से 42 k तक अखिल जैन ने मुझे कंपनी दी।मैंने अखिल को बताया की जब तक 35 km नहीं आता 42 की कोई उम्मीद नहीं है ।मैंने ठान लिया था की मेरा पेस 7.40 के ऊपर जायेगा तो में छोड़ दूंगा ।क्योकि जब आप में ताकत न हो तो मर मर कर नहीं रन करना चाहिए ये डायलॉग हमारे डॉ अमित बंग के है ।मैंने पुरे समय एवरेज पेस को 7.22 से ऊपर नहीं जाने दिया और फिनिश 7.19 के पेस पर किया।35 km बाद तो मुझे जोश आ जाता है। अखिल ने कहा की 31 km पर आपकी स्पीड अलग थी और 38 पर अलग हो गयी है। बढ़ गयी है स्पीड। अखिल ने बताया की अपूर्व जी कह रहे थे की लेट चालू किया सभी ने क्योकि 42 km फिनिशिंग टाइम तक रुकना होता है। मैंने अखिल को कहा की ऐसा कोई नियम नहीं है ये सभी सुपर चार्जर का प्यार है। कोई जबरदस्ती नहीं है। मैंने उससे कहा की तुम जल्दी जा सकते हो। परन्तु अखिल अंतिम km तक रुका। kk जी lahoti जी सुलेजी अपूर्व्जी रुके रहे मेरे लिए ।में सभी का दिल से आभारी हु डॉ जीतेन्द्र तो सिर्फ मेरे लिए आये। अजय झांग जी साइकिल से आये संजय बिरला भी आये ।
42 km 5 घंटे 7 min में हो गयी ।9.15 am हो रहे थे उस समय ।सड़क पर स्ट्रेचिंग की डॉ जीतेन्द्र ने बढ़िया स्ट्रेचिंग करायी।
davv में sub 5 हो सकती थी परन्तु 3.3 km के एक लैप में 23 मोड़ या बेरिकेड या मुढ़ ना होता है 42 km में 13.3 laps means 300 obstacles 2 सेकंड भी एक्स्ट्रा लगे तो 600 सेकंड का नुकसान।
खेर घर आकर एक केला शेक पिया। कोई प्रोटीन पाउडर में नहीं लेता हु ।क्लिनिक पर 11 से 12 पेशेंट देखे ।घर आकर दाल बाफले खा कर लेट गया।2 बजे भूख लगी ।सेंव मिक्सचर परमल खाए। फिर लेटा 30 min की नींद मिली ।रात को भी 3 घंटे ही सो पाया था।3.30 से 7 बजे तक सोशल विजिट की हेमा के साथ अलग अलग दोस्तों के घर जाकर। बेयरफुट रनिंग के कारण शायद इंजरी बहुत कम होती है। रात्रि को 8 बजे दाल बाफले और कड़ी रोटी 3 खाकर सो गया। सुबह 3.30 पर नींद खुली भूख लग रही थी 3 रोटी सब्जी से खाकर वापस सो गया 7 बजे उठा। यह इसलिए लिख रहा हु की 42 k के पहले और बाद में खासकर खूब खाना चाहिए। रिकवरी के लिए। भूख लगे तो खाते जाओ आपकी बॉडी खुद मांगती है। सुबह उपमा खाया 100 gm फिर 2 रोटी खाकर क्लिनिक गया 20 तारीख को ।क्लिनिक पर 3 केले खा लिए।2 बजे घर आकर 2 रोटी दाल चावल सब्जी रोटी खायी।
मतलब यह है की मैराथन रन के समय और बाद में अच्छे से खाना चाहिए अचार नमक निम्बू विशेषकर ।अपने शरीर के इलेक्ट्रोलाइट सब गड़बड़ हो जाते है 42 km में ।
उम्मीद है की नए रनर को ये आलेख पसंद आएगा।
डॉ योगेन्द्र व्यास
M D PEDIATRICS