Monday, April 17, 2017

503 km in 24 days .21 half marathons nonstop 21 days

19मार्च 2017 को मुझे 42 km का रन करना था 5 घंटे में ।वो मैंने 2 मिनट पूर्व पूरा कर लिया डॉ अमित बंग, विजय सोहनी जी, डॉ गोखले सर ,मैडम ,अखिलेश जैन की बदौलत ।सभी ने आखिरी एक घंटे में जोश बनाये रखा। मेरे मन में एक ही विचार चल रहा था अभी नहीं हुआ तो कोई बात नहीं अगली बार करूँगा परन्तु अमित पीछे पड़ा था इस बार ही करना है और हो गया। फिर सेलिब्रेशन हुआ संजीवजी बहुत बढ़िया चॉकलेट ले कर आये थे ।विजयजी ने मेरी स्ट्रेचिंग करायी और इस प्रकार 25 वी फुल मैराथन हो गयी ।फिर सोमवार को आराम किया और मंगलवार को 10 km की दौड़ लगा दी स्लो पेस में फिर बुध को भी 10 रन कर लिया और पोस्ट की की 10km प्रतिदिन करेंगे tuffman जैसा 25 दिन तक। संजीव राजदान जी ने पूछा की ये व्यक्तिगत स्पर्धा है या ग्रुप की ऑफिसियल स्पर्धा ।और फिर निर्णय लिया की इंदौर सुपर चार्जर ग्रुप 10 km और 5 km की सुपर पॉवर रन और पॉवर रन स्पर्धा रखेगा 25 दिन के लिए।
23 तारीख को मैंने सुपर कॉरिडोर पर 21 km रन किया और पोस्ट किया की में 5 दिन तक 21 km करूँगा उस समय अमित ने कहा की आप 5 के बाद कहा रुकने वाले हो।
शुरू की 5 हाफ मैराथन मैंने सुपर कॉरिडोर और vip road मरीमाता पर की परन्तु में परेशान हो गया कुत्तो से ।सुबह 5 बजे के समय रन करते समय कुत्तो से बचना होता है में जेब में पत्थर लेकर रन करता था। रोड पर रन करना बहुत मुश्किल है फिर फैसला किया की davv यूनिवर्सिटी में रन करूँगा। वहा पर भी कुत्ते मिले परन्तु 3 -4 दिन बाद वो पहचानने लग गए।
जब 10 हाफ मैराथन हो गयी तो ऐसा लगने लगा की बहुत हो गया कही इंजरी न हो जाये ।रोज सुबह साढ़े 3 बजे उठना और फिर एक ब्रेड बटर और चाय लेना। फिर 5 बजे davv पहुचना रोज जब भी स्टार्ट करता पैर के नखरे चालू हो जाते ।दौड़ते ही नहीं बनता था शुरू के 5 km में 8.15 का पेस रहता था और जब ख़त्म उस समय 7.52 के अन्दर का पेस होता था। मैंने एक बात सीखी की 25 दिनों में 500 km रन किया प्रतिदिन स्टार्टिंग लाइन पर पहुच जाओ आपका टारगेट पक्के से पूरा होगा। कोई डरने की जरुरत नहीं ।में हमेशा कहता हु की मैराथन करने के लिए उसका फॉर्म भरो और स्टार्टिंग लाइन पर खड़े हो जाओ आप का टारगेट जरुर पूरा होगा।
मैंने 21 km प्रतिदिन करने का विचार अवनीश उपाध्याय जी से लिया था आज से 2 वर्ष पूर्व उन्होंने बताया था की कुछ लोग पुणे में 21 km प्रतिदिन रन करते है 21 दिन तक।
यह मानसिक शक्ति से ही हो सकता है। आपका शरीर तो रोज न कहता है। की आप ज्यादा कर रहे हो मत करो मत करो ।
परन्तु यदि आपने ठान लिया है तो शरीर मन के आगे समर्पण कर देता है। जो करना हो वो करो ।
मैंने अपने मन में टारगेट रखा था की 2.45 hr जो कट ऑफ समय है 21 k का उसी में सभी हाफ मैराथन करूँगा। वो एक ब्रेकर जैसा था। मतलब जब भी आप 21 km 2.45 hr में नहीं कर पा रहे हो मतलब  आपकी बॉडी थक चुकी है।सभी 21 रन मैंने नेगेटिव स्प्लिट के साथ की। सभी में avg hr 140 रही ।यह 2 लक्षण ऐसे थे जिससे में आगे बढता रहा।
16 मैराथन के बाद मुझे severe tendoachilis का दर्द हुआ ।उस दिन घर आकर मैंने हिम्मत हार दी और ग्रुप में भी पोस्ट किया की अब में नहीं करूँगा। रात तक रिकवरी हो जाती थी ।मैंने बर्फ से लेफ्ट ankle की सिकाई की ।तेल मालिश की। परन्तु मैंने 21 दिन में कभी भी analgesic टेबलेट नहीं ली ।
मेरा शुभचिंतको को चिंता थी की अब अति हो गयी है। परन्तु जूनून भी एक चीज होती है। में अपनी बॉडी की आवाज को हमेशा सुनता हु। मैंने ग्रुप से ये वादा किया था की में injured नहीं होऊंगा आप सभी चिंता न करे में प्रतिदिन छोड़ने को तैयार रहता था। मुझे रिकॉर्ड बनाने की तीव्र इच्छा थी परन्तु अपने आप को बचाना भी था।
आखिरी के 10 दिनों में  मुझे davv से काफी अच्छा सहयोग मिला। श्रीकांत भाले जी ,युगांक तिवारी, अखिलेश जैन ,संजय बिरला जी, गुरिंदर जी ,मंगा जी, अजय जांग जी, अमित बंग ,प्रवर पासी और मैडम, डॉ js टुटेजा ,और मैडम गोखले मैडम,अपूर्व जी ने रन भले न किया हो परन्तु वो रोज हौसला अफजाई करने जरुर आते थे
नीरज याग्निक जी का विशेष जिक्र करना चाहुगा जब मेरे 209 km हुए थे। उस समय का उनका सन्देश
"Dr sab 11दिन और 209 km अद्भुत प्रदर्शन,गज़ब का अनुशासन शारीरिक से कही अधिक दिमाग़ी संघर्ष।महीनेभर मे 500 km मुझे नज़र आ रहे है.....हां स्वास्थ्य का ख्याल जरूर रखिएगा क्योंकि वो सबसे ज़रूरी है।„
उनका यह सन्देश मुझ में जोश भर गया फिर भी सच्चाई मुझे मालूम थी की में तलवार की धार पर चल रहा हु। कभी भी में  इन्जुरेड हो सकता हु ।इसलिए मैंने एक फिलोसोफी सोचली थी की क्विट करने को तैयार रहो और दौड़ते रहो।
beetroot का मैंने काफी उपयोग किया इससे आपका स्टैमिना बढता है और रिकवरी फ़ास्ट होती है।
आखिरी 3 मैराथन में तो सभी की इच्छा थी की अब तो हो ही जाना चाहिए ।डॉ पांडे सर ने मुझे व्यक्तिगत सन्देश दिया की आप comfortable है तो जरुर करे। एक दिन सर आये और साथ में दौड़े भी। बुधवार 12 को लास्ट 21 km था ।सोम मंगल को जब मैंने 21k पूरा कर लिया था तो में बेफिक्र था की अंतिम 21 km तो मेरे सारे दोस्त ही मुझे करवा देंगे ।अकेले रन करना बहुत मुश्किल होता है। जो कोई भी 21 ×21 attempt करे उसको में सलाह दूंगा की एक पार्टनर जरुर ले ले जो सारे रन में साथ हो।
12 अप्रैल को में बिलकुल नर्वस नहीं था ।सुबह 4.45 पर रन चालू की ।श्रीकांत भाले जी मिल गए 2 km के बाद फिर डॉ रजनीशजी मिल गए 5 km पर ।
6 km पर rajeeish जैनऔर अर्पित जैन मिल गए फिर तो स्पीड भी बढ गयी। राजेश पोरवाल जी अपूर्व्जी संजय बिरला अखिलेश जैन डॉ गोखले सर और मैडम संजीव राजदान और भाभी  प्रियव्रत और सोनियाजी अंशु मैडम सागर अजयजी आदि सभी दोस्तों के साथ 21×21संपन्न हुआ फिर सेलिब्रेशन हुआ डॉ जीतेन्द्र ने सुन्दर सी तस्वीर दी। और संजीव जी ने और सभी लोगो ने मुझे हीरो जैसा कंधे पर उठा कर गुमाया वो पल में कभी नहीं भूल सकता हु सभी मित्रो का बहुत बहुत धन्यवाद।
यह कहानी इंदौर के सभी रुन्नेर्स को प्रेरित करेगी ऐसी आशा है मुझे। कोई व्यक्ति किसी भी उम्र में कुछ भी कर सकता है बस सोच ले और अपनी सारी मानसिक शक्ति उस पर लगा दे।24 घंटे दिमाग में जिद लेकर रखने से ही यह हो सकता है।
वापस से सभी का धन्यवाद इसे पढने के लिए।
डॉ योगेन्द्र व्यास
dryvyas@rediffmail.com
17 april 2017

Friday, April 14, 2017

21 half marathon 21 days

*मित्रो में अपनी इस छोटी सी उपलब्धी डॉ व्यास को समर्पित करता हूं जिन्हों ने मुझे इस दौड़ के लिए प्ररित किया वल एक व्यक्ति आपके जीवन मे क्या बदलाव ला सकता है उसका साक्षात उद्धारण है डॉ योगेंद्र व्यास , उनकी दौड़ने की खूबियों की मेने जो 20 दिनों में देखी है वो अवरणीय है पर उनकी कुछ खुबिया है वो जिन से शायद आप सभी वाकिफ होंगे   व्यासजी बड़े सरल और सहृदय ओर प्रसन्ता से ओत प्रोत  व्यक्तिव के धनी है सामने वाले को 2-3 दिन में लगता है जैसे उनकी 10-20 वर्षो की दोस्ती है,वे लोगो को बिना भाषण अपने आचरण से प्ररेरित करते है चाहे वो रामचंद्र नगर से 4.45/5am  बजे DAVV के मेराथन मुनिश्री के रूप में नंगे पांव अवतरित होना उसके बाद हर दौड़ने वाले  घूमने वाले व्यक्ति को अपने कर्म शैली से आकर्षित करना उनको दौड़ने के लिए अभिप्रेरित करना(बिना कोई भाषण के),  व्यासजी ने  कई runner और walkers को नंगे पांव दौड़ लगाने और पैदल चलने की प्ररेणा दी है शायद ये आप सब ने 12 अप्रैल को देखा भी होगा ऐसे व्यक्तित्व को मेरा दिल के अंतिम छोर से अभिवादन मुझे मेरी दौड़ में अप्रूव मिश्रा जी और तक्षिला मॉर्निंग योग मित्र मंडल ने भी हौसला बढ़ाया उनका ओर आप सभी इंदौर सुपेरचार्जर परिवार का भी धन्यवाद जिन्होंने मेरी  हौसला अफजाई की*
धन्यवाद जय हिन्द
🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐 संजय बिरला जी

डाॅ. योगेन्द्र व्यास की उपलब्धियो से अभिभूत होकर....
व्यास जी आपके जज्बे की जितनी तारीफ की जाए कम होगी, लगातार 21 दिन 21 km का जो ये कारनामा आपने कर दिखाया है यह सारे धावको के लिए एक प्रेरणास्रोत होगा,21 दिनों तक दौड़ना तो दूर 21 दिनों तक 4 बजे सुबह उठना ही मुझे तो असंभव लगता है वो तो दूर मै तो आज ही 5 बजे उठकर 15 मिनट के लिए सोया तो 8.15 पर जगा।
हां आपकी इस अद्भुत उपलब्धि पर एक आयोजन अवश्य होना चाहिए जिसमे शहर के सारे रनर्स एकत्रित हो व आपके ज्ञान की गंगा के जल का सेवन कर सके..... जिसे पीकर हम रनर्स तृप्त हो सके 🙏🙏🙏
नीरज याग्निक जी

बात 2 साल पहले तब की है जब मैंने सायकल चलाना शुरू ही किया था।30 -35 किलोमीटर साइकिल रोज चलाने निकल पड़ता था। एक दिन सेमल्या चाऊ रोड़ पर उधर से आते हुए 4 लोग व्यवस्थित हेलमेट वगैरह लगाते हुए सायकल से वापस कनाड़िया आते दिखे। मैंने हाथ हिलाकर नमस्कार किया तो उनमे से एक आवाज़ आई - आ जाओ हमारे साथ चलो।मैं खुश की चलो इतने दिनों से सायकल चला रहा हूँ कोई तो साथी मिले।मैंने सायकल तुरंत पलटाने की कोशिश की तो मेरी सायकल की चेन उतर गयी।पहली बार गियर वाली सायकल की चेन उतरी थी।उसे वापस चढ़ाकर ठीक करूँ और सायकल चलाऊं तब तक 10 मिनिट हो गए थे।और मुझे मिले सायकल सवार बहुत आगे निकल गए थे। पर उस दिन नियती ने कुछ और ठाना हुआ था । मुझे इन लोगो से मिलना ही था ।मैंने उस दिन बहुत तेज सायकल चलाई और आखिर में इन लोगो के साथ हो लिया।सायकल चलाते चलाते जिन सज्जन से सबसे ज्यादा बात हुई वे थे डॉ योगेन्द्र व्यास। उन्होंनो बताया कि हम लोग रोज कुछ न कुछ करते है।ज्यादातर दौड़ते है कभी कभी सायकल भी चलाते है।मैंने कहा सर सायकल तो मैं चला लेता हूँ पर दौड़ा आज तक कभी भी नहीं। उन्होंने बताया बताया कि 5 साल पहले वे भी नहीं दौड़ते थे पर एक बार दौड़ना शुरू किया तो अब मेराथन दौड़ते है यानी 42 किलोमीटर।सिंगापूर में भी मेराथन दौड़कर आये है।आप भी दौड़ो। कुल मिलाकर 45 मिनिट का उनका साहचर्य मुझमे जबरदस्त ऊर्जा भर गया था। कनाड़िया चौराहे पर रुके तो मोहित भाई, लोकेश भाई और संदीप भाई से परिचय हुआ।मोहित भाई ने सायकल की मेरी सीट ऊंची करी कि अब यह ठीक है आपकी हाइट के अनुसार। व्यास सर बोले मोहित कुणाल भाई को भी अपने व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल करो। मैं घर पहुंचा तब तक मैं सुपर चार्जर ग्रुप का मेंबर बन चुका था। वह दिन मेरी जिंदगी में परिवर्तन लाने वाला रहा । मैं एक ऐसे ग्रुप से जुड़ चुका था जो सेहत को ठीक बनाये रखने के प्रति जबरदस्त समर्पित था। फिर तो मैंने इन साथियों के साथ खूब सायक्लिंग की । 200 से लेकर 600 किलोमीटर तक सायकल चला डाली।

तब से लेकर आज तक डॉ व्यासजी की दौड़ के प्रति दीवानगी का मैं साक्षी रहा हूँ। सर को बस कुछ चेलेंज मिलना भर चाहिए जुट जाते है फिर वो ।नंगे पैर दौड़ना हो, किसी इंजुरी को ठीक करना हो, या कुछ नया चेलेंज लेना हो, कही भी व्यास सर पीछे नहीं रहते है।

पिछले 25 दिनों से तो सर कमाल ही कर रहे थे।पहले दिन 42 किलोमीटर, दूसरे दिन आराम फिर दो दिन 10-10 किलोमीटर और फिर लगातार 21 दिनों से रोज 21 किलोमीटर।याने 21*21किलोमीटर के साथ 25 दिनों में कुल 503 किलोमीटर की दौड़। गज़ब, अद्भुत, अकल्पनीय,जानदार और शानदार रिकार्ड ।

मुझ जैसे सैकड़ो लोगों को प्रेरणा प्रदान करने वाले जिद और जूनून के धनी व्यास सर को जब आज सुबह बधाई देने DAVV गया तो वे सुपरचार्जर के अपने मित्रों के साथ कितने खुश थे। उनकी ख़ुशी और उनका चहकना, बात बात पर खिलखिलाकर हंसना और अपने अनुभव शेयर करना हमेशा के लिए दिल पर अंकित हो गया है।

बधाई व्यास सर और सैल्यूट आपके जज़्बे को, आपके जूनून और आपकी कड़ी मेहनत को।

अभी तक 25 फूल मेराथन(42 किलोमीटर) और 150 हॉफ मेराथन(21 किलोमीटर) दौड़ और 200 किलोमीटर साइकिलिंग ब्रेवेट पूरी करने वाले डॉ व्यास सर का "आयरन मेन" (16 घंटे में नान स्टॉप 42.2 किलोमीटर दौड़ना, 182.2 किलोमीटर सायकल चलाना और 3800 मीटर तैरना) बनने का टारगेट जल्द ही पूरा हो यही हार्दिक मंगलकामनाएं💐💐💐💐💐
thanks कुणाल मिश्रा जी